अमेरिका में भी बड़ा मुद्दा बना नरेंद्र मोदी का वीजा प्रकरण
मिशन 2014 के लिए भाजपा का चुनावी चेहरा बने नरेंद्र मोदी भारत ही नहीं अमेरिका में भी एक गंभीर मुद्दा बने हुए हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को वीजा देने या न देने को लेकर अमेरिकी संसद से लेकर अधिकारियों तक में परस्पर विरोध लॉबी बन गई हैं। अब अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की उपाध्यक्ष कट्रीना
वाशिंगटन। मिशन 2014 के लिए भाजपा का चुनावी चेहरा बने नरेंद्र मोदी भारत ही नहीं अमेरिका में भी एक गंभीर मुद्दा बने हुए हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को वीजा देने या न देने को लेकर अमेरिकी संसद से लेकर अधिकारियों तक में परस्पर विरोध लॉबी बन गई हैं। अब अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की उपाध्यक्ष कट्रीना लैंटोस स्वेट ने मोदी को वीजा देने का विरोध किया है। उनका कहना है कि 2002 के गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका संदिग्ध रही है। लिहाजा उन्हें अमेरिकी वीजा नहीं मुहैया कराया जाना चाहिए।
न्यूयार्क टाइम्स से बातचीत करते हुए स्वेट ने मोदी का मुद्दा उठाया। उनका कहना था, 'गुजरात दंगों में मोदी की भूमिका को लेकर ढेर सारे अनसुलझे सवाल हैं। उन पर बेहद गंभीर आरोप हैं। इन मामलों में वह काफी संदिग्ध हैं।' अमेरिका का यह आयोग दुनिया के किसी भी हिस्से में धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़े मसलों को देखता है और उस पर नीति निर्धारण करने की अमेरिकी राष्ट्रपति से सिफारिश करता है।