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पानी के लिए चांद की सतह की खुदाई करेगा नासा

भविष्य के मानव अभियान के दौरान चांद पर ही पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए नासा चांद के सतह की खुदाई की योजना पर विचार कर रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के पास चांद पर पानी का पता लगाने, उस तक पहुंचने और भंडारण के लिए दो अलग-अलग अभियान हैं। लूनर फ्लैशलाइट और रिसोर्स प्रोस्प्रक्टर मिशन नाम के दोनों अभियानों को व

By Sudhir JhaEdited By: Updated: Fri, 10 Oct 2014 08:02 PM (IST)
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वाशिंगटन। भविष्य के मानव अभियान के दौरान चांद पर ही पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए नासा चांद के सतह की खुदाई की योजना पर विचार कर रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के पास चांद पर पानी का पता लगाने, उस तक पहुंचने और भंडारण के लिए दो अलग-अलग अभियान हैं।

लूनर फ्लैशलाइट और रिसोर्स प्रोस्प्रक्टर मिशन नाम के दोनों अभियानों को वर्ष 2017 और 2018 में लॉन्च किया जाएगा। नासा के मार्शल स्प्रस फ्लाइट सेंटर में लूनर फ्लैशलाइट अभियान की प्रमुख बारबरा कोहन ने कहा, 'भविष्य में चांद पर मानव बस्तियां बसाने की योजना तभी संभव है जब पीने का पानी उपलब्ध हो। अपने साथ धरती से सब सामान साथ ले जाना काफी महंगा साबित होगा और बार-बार ऐसा करना संभव नहीं है।' वहीं दूसरे अभियान 'द रिसोर्स प्रोस्प्रक्टर मिशन' के तहत चांद की सतह पर एक रोवर भेजने की तैयारी है ताकि उसकी सतह का नजदीकी से अध्ययन किया जा सके। यह रोवर चांद के ध्रुव पर उतरेगा।

बर्फ व पानी की होगी खोज

दोनों अभियानों का उद्देश्य चांद की सतह के नीचे पानी और बर्फ का पता लगाना है। पानी के इन स्रोतों का इस्तेमाल भविष्य के मानव या रोबोट अभियानों के दौरान किया जाएगा। चांद पर पानी मिलने के बाद उसे प्रमुख तत्वों हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में तोड़ा जा सकता है, जो रॉकेट में इस्तेमाल होने वाले ईधन के प्रमुख तत्व होते हैं।

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