आइएस के खिलाफ मोदी से समर्थन मांग सकते हैं ओबामा
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट [आइएस] के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन तैयार करने के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समर्थन मांग सकते हैं। आइएस के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में इस गठबंधन में अभी तक 40 देश शामिल हो चुके हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने सीरिया में आइएस के
By Edited By: Updated: Wed, 24 Sep 2014 07:12 PM (IST)
वाशिंगटन/न्यूयॉर्क। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट [आइएस] के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठबंधन तैयार करने के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समर्थन मांग सकते हैं।
आइएस के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व में इस गठबंधन में अभी तक 40 देश शामिल हो चुके हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने सीरिया में आइएस के ठिकानों पर हवाई हमले शुरू भी कर दिए। बहरहाल अमेरिका का कहना है कि यह सैन्य गठबंधन नहीं है और इसमें शामिल होने वाले देश अपने ढंग से मदद कर सकते हैं। मोदी 29 सितंबर को ओबामा से निजी रात्रि भोज में और अगली सुबह ओवल ऑफिस में मिलेंगे। माना जा रहा है कि इस दौरान आइएस का मुद्दा निश्चित तौर पर उठेगा। मोदी-ओबामा की शिखर वार्ता की तैयारियों में जुटे अधिकारियों ने माना कि दोनों नेताओं के बीच आइएस पर भी बात होगी। इस दौरान दोनों नेता मध्यपूर्व की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करेंगे। मोदी से कर सकते हैं आग्रह
दुनियाभर के नेताओं से हो रही बातचीत के समान ही ओबामा मोदी से भी गठबंधन में शामिल होने का आग्रह कर सकते हैं। गौरतलब है कि आइएस को फिलहाल कहीं से भी चुनौती नहीं मिल रही है और वह क्षेत्र तथा समूची दुनिया के लिए खतरे के तौर पर उभर रहा है। बहरहाल व्हाइट हाउस की प्रवक्ता कैटलीन हेडन ने मोदी और ओबामा के बीच अगले सप्ताह होने वाली बातचीत के विषयों के बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। मोदी के स्वागत के लिए युवाओं में उत्साह
न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर में होने वाले मोदी के नागरिक अभिनंदन समारोह के लिए पंजीयन कराने वाले 30 हजार भारतीय-अमेरिकियों में 5 साल के बच्चों से लेकर 95 साल के बू़ढ़े तक शामिल होंगे। हालांकि कार्यक्रम के लिए पंजीयन कराने वालों में ज्यादातर 30 से 35 साल के युवा हैं। कार्यक्रमों में भाग लेने वालों में 12 फीसद 30 साल आयुवर्ग के हैं। 11 फीसद 35 से 40 वर्ष आयुवर्ग और 10 फीसद से ज्यादा 25 साल की आयुवर्ग के हैं। 5 साल के बहुत सारे बच्चों का भी रजिस्ट्रेशन है, वहीं 85-90 साल के लोगों ने भी पंजीयन कराया है। मेहमानों के रिवाजों को पूरा सम्मान अमेरिका यात्रा के दौरान मोदी द्वारा नवरात्र के उपवास रखे जाने के मद्देनजर व्हाइट हाउस ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हम मेहमानों के रीति-रिवाजों को पूरा सम्मान देते हैं। हेडन ने कहा कि हमें पता है कि अमेरिका यात्रा के दौरान मोदी का उपवास रहेगा। उन्होंने कहा कि ओबामा प्रधानमंत्री मोदी की सफल द्विपक्षीय यात्रा की उम्मीद कर रहे हैं और हमें नहीं लगता कि यह [उपवास] किसी भी तरह से कोई मुद्दा है। उन्होंने यह बात इस ओर ध्यान दिलाए जाने पर से कही कि नवरात्र उपवास के दौरान मोदी केवल तरल वस्तुएं, शहद के साथ नींबू-पानी और एक कप चाय प्रतिदिन लेते हैं। दूसरी ओर नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरद्दीन ने कहा है कि यह आम तौर पर सामान्य राजनयिक चलन है कि मेजबान को मेहमान की भोजन संबंधी पसंद बता दी जाती है। पढ़ें: अमेरिका में मोदी के सौ घंटे में 50 से ज्यादा कार्यक्रम पढ़ें: सीरिया में आइएस के ठिकानों पर अमेरिका ने की बमबारी