पाक ने फिर ठोका एनएसजी में सदस्यता का दावा
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने एक बार फिर एनएसजी के लिए पाकिस्तान का दावा पेश किया है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता की ओर भारत के बढ़ते कदम से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने एक बार फिर इसका नमूना पेश किया है।
उन्होंने इसके लिए भारत के मुकाबले पाकिस्तान को मजबूत दावेदार बताया है।डॉन न्यूज के साथ बातचीत में अजीज ने कहा, 'एनएसजी द्वारा गैर एनपीटी देशों (परमाणु अप्रसार संधि के हस्ताक्षरकर्ता देश) के लिए समान मानदंड तय करने की स्थिति में सदस्यता के लिए पाकिस्तान की साख भारत से कहीं ज्यादा बेहतर है। पाकिस्तान की रणनीति भारत के आवेदन के बाद कदम उठाने की थी। इस्लामाबाद ने तीन महीने पहले ही आवेदन तैयार कर लिया था।'
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अजीज ने दावा किया कि एनएसजी की सदस्यता के लिए पाकिस्तान का समर्थन धीरे-धीरे बढ़ रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत को एनएसजी में प्रवेश मिलने के बाद पाकिस्तान की साख को देखते हुए हमें इससे वंचित नहीं रखा जा सकता है।अजीज ने परमाणु तकनीक और संयंत्रों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा, 'भारत ने शांतिपूर्ण इस्तेमाल के लिए मिले परमाणु तकनीक और संसाधनों का दुरुपयोग किया। नई दिल्ली द्वारा वर्ष 1974 में परमाणु परीक्षण करने के बाद एनएसजी का गठन किया गया था। इसके बाद भारत से परमाणु सामग्री की चोरी भी हुई।
पाकिस्तान में इस तरह की घटनाएं कभी नहीं हुई।' पाकिस्तान परमाणु कार्यक्रम के जनक अब्दुल कादिर खान पर उत्तर कोरिया जैसे देशों को परमाणु तकनीक बेचने का आरोप लग चुका है। भारत की एनएसजी सदस्यता की राह में चीन रोड़ा बना हुआ है। 48 सदस्यीय समूह के हर सदस्य को वीटो का अधिकार प्राप्त है। ऐसे में सभी सदस्य देशों के समर्थन से ही नए राष्ट्र को प्रवेश मिल सकता है।विदेश नीति के केंद्र में रहा है भारतविदेश विभाग की संसदीय समिति के समक्ष अजीज ने पाकिस्तान की विदेश नीति भारत केंद्रित होनी की बात कही है। अजीज ने बताया कि पाकिस्तान पिछले 60 से भी ज्यादा वर्षो से भारत का सफलतापूर्वक मुकाबला कर रहा है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।
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