पाक में बख्तरबंद वाहनों पर लाखों खर्च करता है अभिजात वर्ग
हिंसा व अपहरण की घटनाओं में वृद्धि के साथ पाकिस्तान का अभिजात वर्ग बख्तरबंद वाहनों पर लाखों रुपये खर्च कर रहा है, जो गोलियों व बमों का सामना करने में सक्षम हैं। बख्तरबंद वाहन निर्माता अंतरराष्ट्रीय कंपनी स्ट्रेट ग्रुप के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पिछले दो-तीन वर्षो के दौरान व्यवसाय में उछाल आया है।
इस्लामाबाद। हिंसा व अपहरण की घटनाओं में वृद्धि के साथ पाकिस्तान का अभिजात वर्ग बख्तरबंद वाहनों पर लाखों रुपये खर्च कर रहा है, जो गोलियों व बमों का सामना करने में सक्षम हैं।
बख्तरबंद वाहन निर्माता अंतरराष्ट्रीय कंपनी स्ट्रेट ग्रुप के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पिछले दो-तीन वर्षो के दौरान व्यवसाय में उछाल आया है। बख्तरबंद वाहनों का उपयोग कई राजनेताओं, बिजनेसमैन व शीर्ष अधिकारियों द्वारा किया जाता है।
स्ट्रेट ग्रुप को दुनिया की सबसे बड़ी बख्तरबंद वाहन निर्माता कंपनी कहा जाता है। उसने अपनी इकाई को कराची में स्थापित कर रखा है। उसे हर माह करीब पांच वाहनों का आर्डर मिलता है।
सूत्रों के मुताबिक, एक सामान्य सेडान या एसयूवी को अपग्रेड करने में 40 से 60 लाख का खर्च आता है। यह खर्च उसकी सुरक्षा सुविधाओं पर भी निर्भर करता है। यहां पर ज्यादातर लोगों को टायोटा एसयूवी पसंद है। हालांकि बख्तरबंद वाहनों की मांग में वृद्धि को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि बहुत सारी फैक्ट्रियां बिना लाइसेंस के यह काम कर रही हैं।
गृह मंत्रालय ने गाड़ियों में इस प्रकार के बदलाव को गैरकानूनी बताया है। मंत्रालय के प्रवक्ता द्वारा जारी बयान में आम लोगों को अवैध रूप से संचालन करने वाली ऐसी कंपनियों की गतिविधियों के खिलाफ चेतावनी दी गई है। प्रवक्ता ने कहा कि इन परिवर्तित वाहनों में सुरक्षा के स्तर की गारंटी नहीं दी जा सकती और यह लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल सकती है।
उन्होंने कहा कि अवैध रूप से इस व्यवसाय में शामिल कंपनियों के खिलाफ गृह मंत्रालय कार्रवाई करेगा, जो अपने ग्राहकों से मोटी रकम वसूल रही है। नियमों के अनुसार जो व्यक्ति बख्तरबंद वाहन लेना चाहता है उसे सबसे पहले गृह मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना होता है, जो उस व्यक्ति की जान को खतरे की समीक्षा के बाद दिया जाता है।
पाकिस्तान में अभिजात वर्ग ज्यादातर आयातित बुलेट प्रूफ कार का इस्तेमाल करता है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच वर्षो के दौरान कर और शुल्क के भुगतान के बाद पाकिस्तान में 155 लोगों के पास आयातित बुलेटप्रूफ कारें हैं। यहां पर लगभग सभी दूतावास व उच्चायोग बख्तरबंद वाहनों का बेड़ा इस्तेमाल करते हैं।
पिछले पांच वर्षो के दौरान विभिन्न दूतावासों ने 41 बुलेटप्रूफ वाहनों का आयात किया। इन्हें आयात शुल्क से मुक्त रखा गया।
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