पाकिस्तान में मंदिरों की सुरक्षा के लिए बनेगा कानून
हिंदू सहित तमाम अल्पसंख्यक समुदायों के धर्मस्थलों और संपत्ति की भू-माफिया से रक्षा के लिए तैयार किए जा रहे विधेयक के मसौदे को जल्द ही अंतिम रूप दिया जा सकता है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, सिंध प्रांत के अधिकारी इस सप्ताह तक रिलीजियस माइनोरिटीज प्रॉपर्टी एक्ट-2012 का मसौदा तैयार कर लेंगे।
By Edited By: Updated: Tue, 28 Aug 2012 05:08 PM (IST)
इस्लामाबाद। हिंदू सहित तमाम अल्पसंख्यक समुदायों के धर्मस्थलों और संपत्ति की भू-माफिया से रक्षा के लिए तैयार किए जा रहे विधेयक के मसौदे को जल्द ही अंतिम रूप दिया जा सकता है। मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, सिंध प्रांत के अधिकारी इस सप्ताह तक रिलीजियस माइनोरिटीज प्रॉपर्टी एक्ट-2012 का मसौदा तैयार कर लेंगे।
विधायक सलीम खोखर के हवाले से द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, 'कानून का उल्लंघन करने पर सात साल की कैद और जुर्माना हो सकता है। धार्मिक स्थलों का उपयोग धार्मिक उद्देश्यों के लिए ही किया जाना चाहिए।' सोमवार को एक बैठक के दौरान सिंध असेंबली की स्थायी कमेटी के चेयरमैन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी [पीपीपी] के विधायक मुनव्वर अली ने कहा है कि मसौदा की खामियों को जल्द ही दूर कर लिया जाए, ताकि इसे कानून बनने में ज्यादा समय न लग सके। अल्पसंख्यक मामलों पर स्थायी समिति के अध्यक्ष खोखर ने कहा कि इस कानून से मंदिर, गुरुद्वारे और चर्च पर अवैध कब्जा करने वाले असामाजिक तत्वों से छुटकारा मिल सकता है।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर