पाक ने फिर उगला जहर, कश्मीर में जनमत संग्रह का राग अलापा
बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में भड़की हिंसा को और तेज करने के मकसद से उसने फिर कश्मीर में जनमत संग्रह का राग अलापा है।
By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Sun, 10 Jul 2016 07:28 PM (IST)
इस्लामाबाद, प्रेट्र। जम्मू-कश्मीर सहित दुनिया के कई हिस्सों में आतंकवाद को बढ़ावा देने में जुटा पाकिस्तान फिर बेतुकी बातें करने लगा है। कुख्यात आतंकी सरगना बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में भड़की हिंसा को और तेज करने के मकसद से उसने फिर कश्मीर में जनमत संग्रह का राग अलापा है। इतना ही नहीं उसने आतंकी वानी की मौत को मानवाधिकार के उल्लंघन से जोड़ा है।
भारत के खिलाफ हर समय मौके की तलाश में रहने वाले पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने रविवार को फिर जहर उगला। बयान जारी कर उसने कहा, 'निर्दोष कश्मीरियों की लगातार हत्या की पाकिस्तान कड़े शब्दों में निंदा करता है।' घाटी हिंसा की आड़ में भारत से दुश्मनी साध रहे पाकिस्तान का आगे कहना है, 'बुरहान वानी और अन्य कई निर्दोष कश्मीरियों की गैरकानूनी हत्या निंदनीय है। इस तरह की हरकतें कश्मीरियों के मानवाधिकार का उल्लंघन है। ऐसा करके जम्मू-कश्मीर के लोगों को जनमत संग्रह की उनकी मांग से हतोत्साहित नहीं किया जा सकता है।' आतंकवादियों का खुला साथ दे रहा पाकिस्तान यहीं नहीं थमा। उसने कश्मीरी अलगाववादियों का भी खुलेआम समर्थन किया है। उसने अलगाववादी नेताओं की नजरबंदी पर भी सवाल उठाया है। पाक विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत सरकार को मानवाधिकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का पालन करना चाहिए। उसने कहा है कि कश्मीर समस्या का एक मात्र हल जम्मू-कश्मीर के लोगों को जनमत संग्रह का अधिकार प्रदान करके ही निकाला जा सकता है।7 साल होती है एक आतंकी की उम्र, मेरा बेटा 6 साल तक जिंदा रहा: मुजफ्फर वानी