अमेरिका ने पाक से आतंकी गुटों पर कार्रवाई को कहा, भारत को बताया करीबी सहयोगी
अमेरिका ने एक बार फिर से पाकिस्तान से अपने यहां मौजूद आतंकी गुटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है।
वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान से एक बार फिर उनके यहां पर मौजूद आतंकी समूहों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कहा है किसी भी देश को अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकियों को करने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। न ही आतंकियों को अपने यहां पर ट्रेनिंग देनी चाहिए। उन्होंंने कहा कि पाकिस्तान में भी कई लोगों और जवानों की मौत आतंकी हमलों में हुई है।
कहा, आतंकवाद के खिलाफ होने वाली कार्रवाई का अमेरिका समर्थन करता है, लेकिन पाकिस्तान को आतंकवाद को खत्म करने के लिए ठोस और कड़े उपाय करने होंगे। व्हाइट हाउस के मुताबिक अमेरिका ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को आतंकियों को उसकी धरती का इस्तेमाल नहीं करने देना चाहिए।
व्हाइट हाउस के मुताबिक राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पाकिस्तान को टेरर स्टेट घोषित करने को लेकर दायर की गई ऑनलाइन याचिका के संदर्भ में कहा कि किसी भी देश को अपने यहां पर आतंकी गतिविधियों को चलाने की इजाजत नहीं देनी चाहिए। उनका कहना था कि पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करने को लेकर दायर याचिका में अब तक करीब 665,769 लोग हस्ताक्षर कर चुके हैं। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में यह याचिका टेड पो और डाना रोहराबेकर ने लगाई है।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किरबी ने बताया कि आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान और अमेरिका के बीच लगातार बातचीत होती रहती है। इसके अलावा अन्य मुद्दोंं पर भी दोनों देशों में लगातार बातचीत होती है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को लेकर अमेरिका ने हमेशा ही अपनी चिंता जाहिर की है और इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की भी अपील पाकिस्तान से की है। इस बाबत अमेरिका की सोच और उसकी नीतियों में कोई बदलाव नहीं आया है।
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हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में इन सभी मुद्दों पर क्या रणनीति होगी इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते हैं। भारत के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से ही अमेरिका का निकटतम सहयोगी रहा है। आेबामा प्रशासन के दौरान दोनों देशों के संबंधों में काफी सुधार हुआ है। दोनों ही देशों ने एक दूसरे की सोच और संबंधों को पूरी तवजजो दी है।