भारत पाक विदेश सचिव वार्ता से ज्यादा उम्मीदें रखना गलत: सरताज अजीज
नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज का कहना है कि अगले माह होने वाली भारत पाक विदेश सचिव स्तर की वार्ता से ज्यादा उम्मीदें न लगाई जाएं। शुरुआत में सीमा से सटे लोगों को राहत प्रदान करना और सीमा पर तनाव कम करना दोनों देशों की प्राथमिकता
By Kamal VermaEdited By: Updated: Sun, 27 Dec 2015 09:48 AM (IST)
इस्लामाबाद। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज का कहना है कि जनवरी में होने वाली भारत-पाक के विदेश सचिवों की बातचीत से ज्यादा उम्मीदें रखना सही नहीं होगा। सरकारी रेडियो पर प्रसारित के चर्चा में बोलते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने साफ कहा कि एक बातचीत में सभी मसलों को सुलझा लिया जाएगा, ऐसा सोचना भी गलत है। शुरुआत में नियंत्रण रेखा के समीप रहने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने और शांति बनाए रखने पर ध्यान दिया जाएगा।
इस चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच होने वाली इस वार्ता में कश्मीर सहित सभी प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस वार्ता के मुद्दों को लेकर हाल ही पीएम मोदी और नवाज शरीफ के बीच सहमति भी बनी है। पीएम मोदी की छोटी लेकिन अतिमहत्वपूर्ण पाक यात्रा के बाद ही दोनों देशों के बीच विदेश सचिव की वार्ता तय हो सकी है। एक सवाल के जवाब में अजीज ने कहा कि प्रधानमंत्री शरीफ की नीति सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना है क्योंकि यह क्षेत्रीय संपर्क एवं उर्जा संकट के हल के उद्देश्य वाली परियोजनाओं से फायदा हासिल करने की एक शर्त है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी की पाकिस्तान यात्रा के बाद दोनों देशों की सियासी पारा उफान पर है। कोई इसे बेहतर कदम बताकर इसका स्वागत कर रहा है तो कुछ नेता इस मुलाकात पर सवाल भी खड़े करने में लगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी कल अफगानिस्तान से लौटते समय लाहौर में रुके थे और वहां उन्होंने शरीफ को उनके 66वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके साथ बैठक की। सूचना मंत्री परवेज राशिद ने इस बीच कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है।पढ़ें: कांग्रेस पहले कहती थी पाक से बात क्यों नहीं करते, अब कहती है क्यों की: जितेंद्र सिंह
गौरतलब है कि पीएम मोदी की पाकिस्तान यात्रा के बाद दोनों देशों की सियासी पारा उफान पर है। कोई इसे बेहतर कदम बताकर इसका स्वागत कर रहा है तो कुछ नेता इस मुलाकात पर सवाल भी खड़े करने में लगे हैं। प्रधानमंत्री मोदी कल अफगानिस्तान से लौटते समय लाहौर में रुके थे और वहां उन्होंने शरीफ को उनके 66वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके साथ बैठक की। सूचना मंत्री परवेज राशिद ने इस बीच कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है।पढ़ें: कांग्रेस पहले कहती थी पाक से बात क्यों नहीं करते, अब कहती है क्यों की: जितेंद्र सिंह