पाक टेक्स्ट बुक से हटेंगी भारत-पाक के संबंध में लिखी विवादित बातें
पाक की पाठ्य पुस्तकों से भारत और पाक के संबंधों को लेकर लिखे गए विवादित अंशों को हटाया जाएगा। इस बात की जानकारी पाक एंबेसडर जलील अब्बास जिलानी ने दी है।
इस्लामाबाद। अमेरिकी सरकार द्वारा पाकिस्तान के स्कूलों की किताबों पर किए गए एक अध्ययन में भारत-पाक संबंधों को लेकर लिखी गई विवादित बातों को हटाया जाएगा। इस बात की जानकारी अमेरिका में पाक एंबेसडर जलील अब्बास जिलानी ने दी है। पाकिस्तान के अखबार 'द डॉन' के मुताबिक इस बाबत किए गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने साफतौर पर कहा कि इस बारे में रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद पाठ्य पुस्तकों से इस तरह की विवादित बातें हटाई जाएंगी।
अमेरिका द्वारा जारी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि पाक की पाठ्य पुस्तकों में यह बातें लिखी गई हैं कि पाकिस्तान की नई पीढ़ी के लिए यह बहुत मुश्किल होगा कि वह बहुसंख्यक हिंदुओं वाले देश भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाए रख सकें। 'टीचिंग इंटॉलरेंस इन पाकिस्तान : रिलीजियस बायस इन पब्लिक स्कूल टेक्स्टबुक्स' नाम की यह रिपोर्ट इसी सप्ताह जारी की गई है।
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अध्ययन को यूएस कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम नाम के संगठन ने प्रायोजित किया था। इसमें पता चला कि स्कूली किताबों में अल्पसंख्यकों की संस्कृति और विश्वास के बारे में विवादित बातें लिखी गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन किताबों की पहुंच करीब देश के करीब 4.1 करोड़ बच्चों तक है। इसमें धार्मिक रूप से अल्पसंख्यकों के बारे में नकारात्मक छवि पेश की गई है। इसमें उन्हें कुटिल और निचले दर्जे का बताया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक 10वीं कक्षा की उर्दू की किताब में लिखा है- मुस्लिम धर्म, संस्कृति और सामाजिक सिस्टम गैर मुस्लिमों से अलग होने के कारण हिंदुओं के साथ सहयोग करना असंभव है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस तरह की शिक्षा नई पीढ़ी के मुस्लिमों के भारत के हिंदुओं से शांतिपूर्ण भविष्य की संभावनाओं के दरवाजे को बंद कर देगा।
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