आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो दुनिया: मोदी
अच्छे और बुरे आतंकवाद के बीच किसी अंतर को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को इस वैश्विक बुराई से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए दुनिया के देशों से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया।
By vivek pandeyEdited By: Updated: Tue, 30 Sep 2014 10:43 AM (IST)
न्यूयॉर्क। अच्छे और बुरे आतंकवाद के बीच किसी अंतर को खारिज करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को इस वैश्विक बुराई से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए दुनिया के देशों से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया।
मोदी ने यहां काउंसिल ऑफ फॉरेन रिलेशंस को संबोधित करते हुए कहा, कोई अच्छा या बुरा आतंकवाद नहीं है। आतंकवाद की चुनौती को गंभीरता से लेने की जरूरत है। यह दुख की बात है कि कई देश मानवता के दुश्मन आतंकवाद के कुरूप चेहरे को पहले परख नहीं सके। प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खतरे पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इसे राजनीतिक नफा नुकसान के पैमाने पर मापा नहीं जा सकता। दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ एक सुर में बोलना होगा। उन्होंने एक बार फिर कहा कि भारत अपने सभी पड़ोसियों के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाना चाहता है। सार्क के सदस्य देशों के सभी नेताओं को उनके शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया था। इस क्रम में उन्होंने नेपाल और भूटान की यात्रा भी की। जम्मू-कश्मीर में आई बाढ़ में बड़ी संख्या में जानमाल के नुकसान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर में बहुत अधिक नुकसान हुआ और उन्होंने इससे ्रप्रभावित पाकिस्तानी सीमा में मदद पहुंचाने के लिए भारत मदद की पेशकश की थी।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर का लाभ भारत में राजनीतिक स्थिरता एवं सरल एवं प्रभावी शासन की बात कहकर अमेरिकी निवेशकों तक पहुंचने के लिए उठाया। विश्व व्यापार संगठन करार पर भारत के रुख पर उन्होंने जोर देकर कहा कि खाद्य सुरक्षा और व्यापार सुविधा एक साथ चलेगी। मोदी बोले :
-मैं गंगा को साफ करने के लिए दुनियाभर के पर्यावरण विशेषज्ञों को आमंत्रित करूंगा। - आतंकवाद भारत में पैदा नहीं हुआ इसे बाहर से निर्यात किया गया। -भारत और चीन बातचीत के जरिये मुद्दो को सुलझाने में सक्षम हैं। - हमने अमेरिका को बता दिया है कि अफगानिस्तान में इराक वाली गलती न दोहराए। - हम भारत में नया मध्य वर्ग तैयार करना चाहते हैं जो हमारी विकास को गति देगा। - विकास की इस कोशिश में सरकार कृषि, मैन्यूफैक्च¨रग व सेवा क्षेत्र में संतुलन बनाना चाहती है। - हम श्रम सुधारों की दिशा में हम तेजी से बढ़ रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह कहा कि भारत में श्रम सुधार, राजनीतिक कारणों से प्रभावित रहे हैं। - चीन के साथ सीमा विवाद पर बातचीत चल रही है, इसमें दूसरे देशों के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं। - सार्क सेटेलाइट बनाने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देश दे दिए गए हैं। - महिला सशक्तिकरण के लिए बालिकाओं की शिक्षा पर देना होगा जोर। - इराक की गलती, अफगानिस्तान में न दोहाराए अमेरिका - भारत-अमेरिका के संबंध बेहतर हैं, कई समानताओं के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। - भारत में केंद्र और राज्य के बीच सामंजस्य बनाकर टीम इंडिया के तर्ज पर काम करने का है प्रयास। - हिन्दुस्तान का मुसलमान अलकायदा के मंसूबों को फेल कर देगा। - विकास और पर्यावरण एक दूसरे के दुश्मन नहीं, दोनों को एक साथ लेकर चलना होगा पढ़ें : क्लिंटन भी हुए मोदी की आर्थिक नीतियों के मुरीद देखें : मोदी की अमेरिका यात्रा