33 साल बाद सेशेल्स पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव में मंगलवार देर रात सेशेल्स पहुंच गए। कोई भारतीय प्रधानमंत्री 33 साल बाद सेशेल्स पहुंचा है। हिंद महासागर के इन प्रमुख देशों की यात्रा के दौरान वह मॉरीशस और फिर अंत में श्रीलंका भी जाएंगे। मोदी का
By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Wed, 11 Mar 2015 08:25 AM (IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के पहले पड़ाव में मंगलवार देर रात सेशेल्स पहुंच गए। कोई भारतीय प्रधानमंत्री 33 साल बाद सेशेल्स पहुंचा है। हिंद महासागर के इन प्रमुख देशों की यात्रा के दौरान वह मॉरीशस और फिर अंत में श्रीलंका भी जाएंगे। मोदी का मत है कि भारत की सुरक्षा और प्रगति के लिए इन तीनों देशों से मजबूत रिश्ते अहम हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने आज कहा कि प्रधानमंत्री अपने यात्रा की शुरुआत हिंद महासागर के द्वीप सेशेल्स के राष्ट्रपति के साथ विचार विमर्श से करेंगे, उनसे मूल रूप से अर्थव्यवस्था पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी शाम करीब छह बजे एयर इंडिया के विशेष विमान से सेशेल्स के लिए रवाना हुए और देर रात 11.45 बजे वहां पहुंच गए। तीन देशों की यात्रा पर मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल और विदेश सचिव एस. जयशंकर भी गए हैं। हिंद महासागर क्षेत्र में इस सामरिक जलमार्ग पर भारत अपना प्रभाव बनाना चाहता है। मोदी की ये यात्रा ना सिर्फ ऐतिहासिक संबंध बनाने में मददगार होगी बल्कि रक्षा और आर्थिक क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ेगा। मोदी की इन तीन द्वीप देशों की यात्रा का मकसद चीन की हिंद महासागर क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने की महत्वाकांक्षा के जवाब में भी हो रहा है।
मोदी ने बताया कि उनका पहला पड़ाव सेशेल्स है। 1981 के बाद सेशेल्स जाने वाले वह पहले प्रधानमंंत्री हैं। वह वहां के राष्ट्रपति जेम्स माइकल से मिलने को उत्सुक हैं। 11 और 12 मार्च को वह मारीशस पहुंचेंगे। वहां वह 12 को मारीशस के स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य अतिथि बनकर बहुत सम्मानित महसूस करेंगे। इसी दिन भारत में महात्मा गांधी ने भी डांडी मार्च शुरू किया था। उनकी यह यात्रा पुराने समय के 'छोटा भारत' से रिश्ते और मजबूत करेगी। वह भारत निर्मित पोत बारीकुडा भी देखने जाएंगे। अंत में मोदी श्रीलंका जाएंगे। वह 1987 के बाद से श्रीलंका जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने बताया कि वह श्रीलंका के जाफना क्षेत्र का भी दौरा करेंगे। वह वहां की संसद को भी संबोधित करेंगे।