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जी 20 सम्मेलन के इतर अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से मिले PM मोदी

जी-20 समिट से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल से मुलाक़ात की।

By kishor joshiEdited By: Updated: Sun, 04 Sep 2016 10:25 PM (IST)
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हांगझू, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और जी-20 सम्मेलन में शामिल होने आए अन्य वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा से उस समय यह संक्षिप्त मुलाकात हुई जब वह पूर्वी चीनी शहर में हुए आयोजन के दौरान मंच पर एक ग्रुप फोटो के लिए एकत्र हुए।

इससे पूर्व मोदी ने दिन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल से मुलाकात की। वह सऊदी अरब के डिप्टी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मिले। प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को दिल्ली रवाना होने से पहले ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे और अर्जेटीना के राष्ट्रपति मारिशियो मार्सी से भी मुलाकात करेंगे।

भारत- चीन की भागीदारी पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण- पीएम मोदी

इससे पहले पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हई मुलाकात की और इस दौरान एनएसजी सहित कई मुद्दों पर बातचीत हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से भी मुलाकात की।

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से पिछले तीन महीनों के दौरान पीएम मोदी की यह दूसरी मुलाक़ात है। प्रधानमंत्री ने जिनपिंग से मुलाकात करते हुए कहा कि भारत और चीन की भागीदारी केवल इस क्षेत्र के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। वहीं पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जिनपिंग ने कहा, 'उनका देश भारत से अच्छे रिश्ते चाहता है और वे भारत-चीन के संबंधों को और आगे ले जाना चाहते हैं।'

पढ़ें- चीन: G-20 सम्मेलन से पहले जिनपिंग से मिले PM मोदी, NSG पर हुई बात

आस्ट्रेलिया के पीएम से हुई आंतकवाद पर चर्चा

पीएम मोदी ने आस्ट्रेलिया के पीएम मैल्कम टर्नबुल से मुलाकात की और एनएसजी की सदस्यता के लगातार समर्थन देने के लिए आस्ट्रेलिया का धन्यवाद दिया तथा टर्नबुल को अगले वर्ष भारत आने का न्यौता दिया। इस मुलाकात के बाद यह माना जा रहा है कि आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री अगेल वर्ष भारत आ सकते हैं।

विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी हुए एक वक्तव्य में कहा गया है कि पीएम मोदी ने इस दौरान आतंकवाद से लड़ने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण की जरूरत पर बल दिया।

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चीन में जी-20 के सम्मेलन में भाग लेने के बाद प्रधानमंत्री 5 सितंबर को ही भारत लौटेंगे और उसके बाद वार्षिक भारत-आसियान और पूर्वी एशिया सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिवसीय लाओस यात्रा पर जाएंगे।