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मोदी ने ऑस्ट्रेलिया को बनाया मुरीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही वहां के लोगों को अपना मुरीद बना लिया। यहां क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के पहले आयोजन में वह छात्रों से खासे घुल-मिल गए। खुद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्वीकारा कि ऐसा ऊर्जावान आयोजन पहले कभी नहीं हुआ। देशी-विदेशी छात्रों के बीच उनके हीरो बनकर

By Kamal VermaEdited By: Updated: Sat, 15 Nov 2014 09:22 AM (IST)
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ब्रिसबेन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही वहां के लोगों को अपना मुरीद बना लिया। यहां क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के पहले आयोजन में वह छात्रों से खासे घुल-मिल गए। खुद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्वीकारा कि ऐसा ऊर्जावान आयोजन पहले कभी नहीं हुआ। देशी-विदेशी छात्रों के बीच उनके हीरो बनकर उभरे मोदी किसी रॉकस्टार से कम नजर नहीं आ रहे थे।

पूरी बाजू की सफेद शर्ट और खाकी पैंट पहने मोदी के लिए छात्रों का उतावलापन उस समय सबसे अधिक देखने को मिला जब उन्हें प्रधानमंत्री के साथ फोटो खिंचवाने की अनुमति मिली। सबने बिना रुके अपने कैमरा फोन से उनके साथ सेल्फी खींची। यूनिवर्सिटी ने भी अपने ट्विटर हैंडिल पर लिखा उसने अब तक के सबसे ऊर्जावान लेक्चर की मेजबानी की है।

छात्रों से मुलाकात नेहरू के नाम

क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी के आयोजन को उन्होंने एक तरह से जवाहरलाल नेहरू की जयंती के नाम करते हुए बच्चों के लिए विशेष संदेश भी भेजा। नेहरू की अनदेखी की कांग्रेस की आलोचनाओं का मोदी ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने छात्रों से गर्मजोशी से मुलाकात कर कहा, बाल दिवस पर बच्चों के बीच होने का उन्हें सौभाग्य मिला है। बाल दिवस के उपलक्ष्य में गुजराती में ट्वीट भी किया। मोदी ने लिखा आज 14 नवंबर पंडित नेहरू का जन्मदिवस है। बच्चों को मेरी शुभकामनाएं।

रोबोट पर किए दस्तखत

विज्ञान पर शोध के लिए मशहूर यूनिवर्सिटी के क्यूब कांप्लेक्स में नरेंद्र मोदी को कृषि अनुसंधान से संबंधित जानकारियां दी गईं। उन्हें एक कृषि संबंधी रोबोट 'एगॉट' दिखाया गया। जैव ऊर्जा से संचालित कृषि से जुड़े कचरे का निस्तारण करने वाला ये रोबोट भारत के लिए उपयोगी है। हल्की मशीन एक बड़े ट्रैक्टर की तरह काम करती है। मोदी ने रोबोट पर दस्तखत कर लिखा अनुसंधान विकास की जननी है। उन्होंने कहा कि ये किसानों के लिए ही नहीं बल्कि खेतों के लिए भी ये लाभदायी रहेगा।

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