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भारत-अमेरिका की दोस्ती से हमेशा विश्व को हुआ फायदा: मोदी

जीएसटी लागू होते ही एक जुलाई से भारत 1.3 अरब लोगों के समग्र बाजार के तौर पर स्थापित हो जाएगा।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Updated: Mon, 26 Jun 2017 07:13 PM (IST)
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भारत-अमेरिका की दोस्ती से हमेशा विश्व को हुआ फायदा: मोदी

वाशिंगटन, प्रेट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत-अमेरिका की दोस्ती से हमेशा विश्व को फायदा हुआ है। वॉल स्ट्रीट जनरल में उनके विचार प्रकाशित हुए। उनका कहना है कि दोनों का उद्देश्य दुनिया को आतंकवाद, उग्र विचारधारा व गैर पारंपरिक सुरक्षा खतरों से बचाना है।

मोदी ने कहा कि जब भारत ने अमेरिका के साथ मिलकर काम किया तो भौचक करने वाले नतीजे देखने को मिले। रोटा वायरस व डेंगू की वेक्सीन विकसित होने से सारी दुनिया को फायदा हो रहा है। उनका कहना है कि दोनों देशों के संबंध धीरे-धीरे बेहद मजबूत होते जा रहे हैं। विश्व की अनिश्चित अर्थव्यवस्था के बीच दोनों देश मजबूती से खड़े हैं।

मोदी ने कहा कि एक साल पहले जून में जब वह अमेरिका आए थे तब यूएस कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन में उन्होंने कहा था कि दोनों अपने विगत से ऊपर उठकर एक नई इबारत लिखने की राह पर हैं। इस बार वह आए तो लग रहा है कि दोनों के बीच विश्वास तेजी से बढ़ा है। एक दूसरे के राजनीतिक मूल्यों और समृद्धि में यकीन करने से संबंध मजबूत हो चुके हैं।

बात चाहे साइबर स्पेस के नियम गढ़ने की हो, भारत-प्रशांत क्षेत्र में राहत कार्य चलाने की या फिर अफ्रीका में शांति स्थापना करने वाले लोगों के प्रशिक्षण की बात हो, हर जगह हमने बेमिसाल काम किया है। उनका कहना है कि रक्षा क्षेत्र में काम करना दोनों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा।

पीएम ने कहा कि दोनों देशों को मिलकर सुनिश्चित करना होगा कि समुद्री क्षेत्र सुरक्षित रहे और सबके लिए बहाल हो। दक्षिण चीन सागर का जिक्र करते हुए उन्होंने यह बात कही। इस समुद्री क्षेत्र पर चीन अपना एकाधिकार मानता है। यहां उसने हवाई पट्टी बनाने के साथ वायुयान रोधी हथियार भी तैनात कर रखे हैं। अपना दावा मजबूत करने के लिए चीन ने इस क्षेत्र में कई कृत्रिम टापू भी बनाए हैं।

मोदी ने कहा कि दोनों देशों के व्यापारिक संबंध 115 अरब डालर सालाना तक पहुंच चुके हैं। इसमें और ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना है। भारतीय कंपनियों ने अमेरिका के निर्माण उद्योग में 15 अरब डालर का निवेश कर रखा है जबकि अमेरिकी कंपनियां यहां 20 अरब डालर का कारोबार कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होते ही एक जुलाई से भारत 1.3 अरब लोगों के समग्र बाजार के तौर पर स्थापित हो जाएगा। पीएम ने कहा कि भारत तेजी से अपने कदम आगे बढ़ा रहा है। सौ स्मार्ट सिटी, बंदरगाहों के साथ हवाई, रेल व सड़क यातायात के आधुनिकीकरण व 2022 तक सभी को अपना मकान देने की योजना केवल कागजी नहीं है। इसके बाद एक नया भारत बनेगा और दोनों देशों के लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

आने वाले सालों में भारत 40 अरब डालर की गैस के साथ अमेरिका से दो सौ से ज्यादा वायुयान खरीदने जा रहा है। उनका कहना था कि तकनीक, नई सोच व दक्ष कर्मियों की वजह से दोनों देशों के बीच बेहतरीन डिजीटल व वैज्ञानिक साझेदारी विकसित हो चुकी है। तीस लाख भारतीय-अमेरिकी समुदाय की वजह से दोनों देशों का समाज आपस में जुड़ चुका है। आने वाले सालों में दोनों के संबंध नए आयाम लेते दिखाई देने वाले हैं।

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