सऊदी अरब का यमन में हूती विद्रोहियों पर हवाई हमला
सऊदी अरब ने यमन के खिलाफ हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। सऊदी अरब ने यमन पर सैन्य कार्रवाई के लिए अपने 100 लड़ाकू विमान और डेढ़ लाख सैनिकों को जंगी मैदान में उतारा है।
By Tilak RajEdited By: Updated: Thu, 26 Mar 2015 03:06 PM (IST)
नई दिल्ली। सऊदी अरब ने यमन में शिया हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। सऊदी अरब ने यमन में विद्रोहियों पर सैन्य कार्रवाई के लिए अपने 100 लड़ाकू विमान और डेढ़ लाख सैनिकों को जंगी मैदान में उतारा है। अल-अरबिया टेलीविजन की रिपोर्ट के अनुसार, इजिप्ट, मोरक्को, जॉर्डन, सूडान, कुवैत, सऊदी अरब अमीरात, कतर और बहराइन के लड़ाकू विमान भी कार्रवाई में शामिल हुए हैं।
सऊदी अरब ने बुधवार की रात ही एलान कर दिया था कि उसने सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। अमरीका में सऊदी अरब के राजदूत अब्देल-अल-जुबैर ने बताया कि उनके देश ने यमन में शिया हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। सऊदी अरब के साथ लगभग दस अन्य देश भी इस सैन्य कार्रवाई में शामिल हो गए हैं।Pics: यमन पर सऊदी अरब के हवाई हमले राजदूत अब्देल अल जुबैर ने बताया कि राष्ट्रपति अब्द्रब्बुह मंसूर हादी की मौजूदा वैध सरकार की सुरक्षा करने के लिए सऊदी अरब ने कार्रवाई शुरू की है। हवाई हमले शुरू कर दिए गए हैं। हम हादी की सरकार को बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे। हमारे साथ लगभग 10 और देश हादी के दुश्मनों के खिलाफ खड़े हो गए हैं। हम मिलकर हादी के दुश्मनों से टक्कर ले रहे हैं। सऊदी अरब के राजदूत ने उन देशों का नाम नहीं बताया जो इस सैन्य कार्रवाई में उनका साथ दे रहे हैं। हालांकि उन्होंने इतना जरूर संकेत दिया कि वे खाड़ी देश हैं।
जुबैर ने बताया कि यमन पर किए जा रहे हवाई हमलों में अभी अमेरिकी सैनिक शामिल नहीं हैं। लेकिन वह बराक ओबामा प्रशासन के संपर्क में हैं। हवाई हमलों की पूरी जानकारी ओबामा प्रशासन को दी जा रही है। बता दें कि यमन में शिया हाउती विद्रोहियों ने हमले और तेज करते हुए देश के दक्षिण में पकड़ और मजबूत कर ली है। यही वजह है कि राष्ट्रपति अब्दराबुह मंसूर हादी बुधवार को अदन स्थित राष्ट्रपति आवास को छोड़कर अज्ञात स्थान पर चले गए। हालांकि राष्ट्रपति के सहयोगियों ने उनके देश छोड़कर भागने की खबरों से इंकार किया है।
गौरतलब है कि गत वर्ष सितंबर में हाउदी विद्रोहियों ने राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद राष्ट्रपति हादी ने अदन को अस्थायी ठिकाना बनाया था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने बुधवार को राष्ट्रपति के काफिले को हादी के महल से निकलते हुए देखा था। इसे भी पढ़ें: यमन के राष्ट्रपति लापता, शिया विद्रोहियों के कब्जे में रक्षा मंत्री