सऊदी में भारतीय घरेलू सेविकाओं को मिलने लगा काम
घरेलू सेविकाओं की कमी से जूझ रहे सऊदी अरब ने जनवरी में हुए समझौते के तहत भारत से सेविकाओं को बुलाना शुरू कर दिया है। सऊदी अरब के उप श्रम मंत्री मुफर्जी अल हुकबानी ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि भारत और सऊदी अरब की संयुक्त टीम ने घरेलू सेविकाओं को काम देने वाले नियुक्ति पत्र समझौते की प्रामाणिकता और क्रियान्वयन को अंतिम रूप दे दिया है।
By Edited By: Updated: Thu, 10 Jul 2014 08:11 PM (IST)
रियाद। घरेलू सेविकाओं की कमी से जूझ रहे सऊदी अरब ने जनवरी में हुए समझौते के तहत भारत से सेविकाओं को बुलाना शुरू कर दिया है। सऊदी अरब के उप श्रम मंत्री मुफर्जी अल हुकबानी ने इस बात की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि भारत और सऊदी अरब की संयुक्त टीम ने घरेलू सेविकाओं को काम देने वाले नियुक्ति पत्र समझौते की प्रामाणिकता और क्रियान्वयन को अंतिम रूप दे दिया है। इसमें काम देने वाली एजेंसियों और मध्यस्थों द्वारा नियमों का उल्लंघन करने की स्थिति में की जाने वाली कार्रवाई का भी जिक्र है। यह समझौता पांच साल के लिए होगा और तय समय के बाद स्वत: ही इसका नवीनीकरण हो जाएगा। इसमें घरेलू सेविकाओं को 24 घंटे मदद मिलने का भी प्रावधान है। समझौते पर इसी साल जनवरी में सऊदी अरब के श्रम मंत्री अरेल फाकेह और भारत के बाहरी मामलों के तत्कालीन मंत्री व्यालार रवि ने हस्ताक्षर किए थे। सऊदी अरब में 2 करोड़ 80 लाख भारतीय काम कर रहे हैं। केवल राजधानी में 5 लाख भारतीय सेवक, ड्राईवर और क्लीनर का काम कर रहे हैं। इनमें से 10 फीसदी संख्या औरतों की है।