हफ्ते में सिर्फ एक बार लें डायबिटीज और मोटापे की नई दवा
इंडियाना यूनिवर्सिटी के एक भारतीय अमेरिकी सहित दो शोधकर्ता डायबिटीज और मोटापे के लिए एक नई संभावित गैर इंसुलिन दवा विकसित करने की अगुवाई कर रहे हैं। इस दवा को सप्ताह में केवल एक बार लेने की जरू रत पड़ेगी। दरअसल डॉ. अरनब डे और प्रोफेसर रिचर्ड डी मार्ची ने दवा समर्थक या एक निष्क्रिय पदार्थ विकसित करने पर काम किया
By Edited By: Updated: Mon, 28 Apr 2014 11:30 AM (IST)
वाशिंगटन। इंडियाना यूनिवर्सिटी के एक भारतीय अमेरिकी सहित दो शोधकर्ता डायबिटीज और मोटापे के लिए एक नई संभावित गैर इंसुलिन दवा विकसित करने की अगुवाई कर रहे हैं। इस दवा को सप्ताह में केवल एक बार लेने की जरू रत पड़ेगी।
दरअसल डॉ. अरनब डे और प्रोफेसर रिचर्ड डी मार्ची ने दवा समर्थक या एक निष्क्रिय पदार्थ विकसित करने पर काम किया है। यह शरीर के अंदर जाकर एक दवा का रू प ले लेती है, जो पेप्टाइड हॉर्मोन को कम कर शुगर स्थिर करती है। इस हॉर्मोन को जीएलपी1 के नाम से जाना जाता है। डे ने बताया कि इंडियाना यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड टेक्नालॉजी कार्पोरेशन (आइयूआरटीसी) ने इस दवा को अंतरराष्ट्रीय पेटेंट कराने के लिए आवेदन किया है।