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पनामा लीक: संसदीय समिति से मामले की जांच कराने पर विचार कर रहे हैं नवाज शरीफ

नवाज शरीफ और उनके परिवार ने किसी भी तरह के वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी की खबरों को खारिज किया है, लेकिन विपक्ष मामले की जांच पर अड़ा हुआ है।

By Atul GuptaEdited By: Updated: Thu, 21 Apr 2016 02:42 PM (IST)
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इस्लामाबाद, (पीटीआई) पनामा पेपर लीक मामला में अपने बच्चों का नाम सामने आने के बाद विपक्ष के निशाने पर आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इन दिनों इस मामले से बाहर निकलने का हरसंभाव प्रयास कर रहे हैं। नवाज शरीफ जल्द से जल्द इस मामले की जांच कराना चाहते हैं ताकि वो तख्तापलट की किसी भी तरह की आशंका को खारिज कर सके।

नवाज शरीफ इस मामले की जांच या तो उस न्यायिक आयोग से कराना चाहते हैं जिसे उन्होंने पहले नियुक्त किया था या फिर वो इस मामले को किसी दूसरे फोरम को भी देने को तैयार हैं।

आपको बता दें कि नवाज शरीफ मंगलवार को ही लंदन से अपना इलाज कराकर वापस लौटे हैं और उनपर पनामा लीक मामले को लेकर जबरदस्त दवाब है। पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ के बच्चों का नाम सामने आया था। लीक हुए दस्तावेजों के मुताबिक नवाज शरीफ के बेटे हसन, हुसैन और बेटी मरियम की तीन कंपनियों के मालिक हैं।
लंदन जाने से पहले नवाज शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए जजों से इस मामले की जांच कराने का प्रस्ताव दिया था जिसे विपक्ष ने सिरे से खारिज कर दिया था।

नवाज शरीफ ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जजों द्वारा जांच कराने पर सहमति नहीं बनती है तो वो संसद की संयुक्त संसदीय समिति से इस मामले की जांच कराने पर विचार करेंगे।

पनामा पेपर लीक के मुताबिक नवाज शरीफ के चार बच्चों में से तीन बच्चे मरियम, हसन और हुसैन तीन कंपनियों के मालिक हैं या इन कंपनियों के वित्तीय लेनदेन का इन्हें अधिकार है।

हालांकि नवाज शरीफ और उनके परिवार ने किसी भी तरह की मनी लॉन्ड्रिंग या वित्तीय लेनदेन में किसी भी तरह की गड़बड़ी की खबरों को खारिज किया है, लेकिन विपक्ष मामले की जांच पर अड़ा हुआ है।

पढ़ें- पनामा मामले में नवाज शरीफ की न्यायिक जांच की तैयारी