रावलपिंडी में रह रहा था नसीरुद्दीन हक्कानी
इस्लामाबाद। काबुल में दो हजार आठ में भारतीय दूतावास पर हमले का आरोपी और हक्कानी नेटवर्क का शीर्ष नेता नसीरुद्दीन हक्कानी कई वर्षो से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के नजदीक रह रहा था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। नसीरुद्दीन की गत रविवार को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
By Edited By: Updated: Tue, 12 Nov 2013 08:09 PM (IST)
इस्लामाबाद। काबुल में दो हजार आठ में भारतीय दूतावास पर हमले का आरोपी और हक्कानी नेटवर्क का शीर्ष नेता नसीरुद्दीन हक्कानी कई वर्षो से पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के नजदीक रह रहा था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। नसीरुद्दीन की गत रविवार को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
पढ़ें: इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने बढ़ाई पीसीबी की मुश्किलें हक्कानी नेटवर्क के एक सदस्य के हवाले से द न्यूज डेली ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'नसीरुद्दीन अपने परिवार के सदस्यों के साथ पिछले कई वर्षो से रावलपिंडी में ही रह रहा था।' 30 वर्षीय नसीरुद्दीन हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी का बड़ा बेटा था। उसके तीन बेटे पहले ही मारे जा चुके हैं। इस्लामाबाद के बाहरी इलाके बरकाहू में रविवार की शाम जब नसीरुद्दीन मस्जिद से घर लौट रहा था तो उसी दौरान बाइक सवार दो बंदूकधारियों ने उसे गोली मार दी। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के पहुंचने से पहले नसीरुद्दीन के शव को उसके साथियों ने रावलपिंडी स्थित उसके घर पहुंचा दिया था। बाद में उसे दफनाने के लिए उत्तरी वजीरिस्तान के उत्तर पश्चिम में स्थित दानडे दारपखेल गांव भेज दिया गया, जहां जलालुद्दीन हक्कानी के परिजन वर्ष 1980 से रह रहे हैं। हालांकि द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि नसीरुद्दीन शाहपुर में रह रहा था। पाकिस्तानी सेना और आइएसआइ के करीबी माने जाने वाले हक्कानी नेटवर्क को अफगानिस्तान में सक्रिय तालिबान के सबसे खतरनाक धड़े के रूप में जाना जाता है। द नेशन अखबार ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राजधानी इस्लामाबाद में नसीरुद्दीन की हत्या पाकिस्तान सरकार के लिए शर्मिदगी की बात है। अमेरिका दावा करता रहा है कि हक्कानी नेटवर्क उत्तरी वजीरिस्तान से आतंकी गतिविधियां चला रहा है, जिससे पाकिस्तान सरकार लगातार इन्कार करती रही है।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर