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एचआइवी-1 को खत्म करेगा दक्षिण अफ्रीकी जेनेनियम पौधा!

एड्स के इलाज की दिशा में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एक नए शोध से पता चला है कि दक्षिण अफ्रीकी जेनेनियम पौधा एचआइवी-1 के खात्मे में कारगर साबित हो सकता है। इस पौधे की जड़ों से निकाला गया अर्क एचआइवी के सबसे व्यापक प्रकार को निष्क्रिय व मानव कोशिकाओं को खतरनाक वायरस के हमले से बचा सकता है।

By Edited By: Updated: Fri, 31 Jan 2014 06:46 PM (IST)
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बर्लिन। एड्स के इलाज की दिशा में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एक नए शोध से पता चला है कि दक्षिण अफ्रीकी जेनेनियम पौधा एचआइवी-1 के खात्मे में कारगर साबित हो सकता है। इस पौधे की जड़ों से निकाला गया अर्क एचआइवी के सबसे व्यापक प्रकार को निष्क्रिय व मानव कोशिकाओं को खतरनाक वायरस के हमले से बचा सकता है।

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जर्मनी के हेल्महोल्टज जेंट्रम मनचेन के वैज्ञानिकों को इस पौधे के अर्क में संभावित एंटी एचआइवी-1 के गुण का पता चला है। उन्होंने बताया कि औषधीय पौधे पेलारगोनियम साइडोइडस (पीएस) की जड़ों में ऐसे यौगिक पाए जाते हैं, जो एचआइवी-1 से बचाव में कारगर हैं। डॉ. मार्कस हेल्फर व प्रोफेसर रुथ ब्रेक वर्नर की अगुवाई वाली टीम ने एचआइवी-1 से संक्रमित कृत्रिम कोशिकाओं पर पीएस की जड़ से निकाले गए अर्क के प्रभाव का विस्तृत प्रदर्शन किया।

उन्होंने दिखाया कि पीएस का अर्क रक्त व प्रतिरक्षा कोशिकाओं को एचआइवी के सबसे व्यापक प्रकार एचआइवी-1 के संक्रमण से बचा सकता है। शोध टीम का नेतृत्व कर रहे ब्रेक वर्नर ने कहा कि पीएस का अर्क एचआइवी-1 के विरुद्ध किसी पौधे से बनाई वाली पहली दवा होगी।

पीएस अर्क सभी प्रकार के एंटी एचआइवी-1 दवाओं की तुलना में भिन्न प्रकार से एचआइवी-1 पर हमला करता है।

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