पाकिस्तान में मंदिर आग के हवाले
पाकिस्तान के हिंदू अल्पसंख्यकों के लिए होली का त्योहार खौफ के बीच गुजरने वाला है। दक्षिणी प्रांत सिंध के लरकाना शहर में धर्मग्रंथ के कथित अपमान की अफवाह से गुस्साई भीड़ ने एक मंदिर और धर्मशाला को फूंक दिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शहर में कर्फ्यू लगा दिया है।
By Edited By: Updated: Mon, 17 Mar 2014 09:38 AM (IST)
कराची। पाकिस्तान के हिंदू अल्पसंख्यकों के लिए होली का त्योहार खौफ के बीच गुजरने वाला है। दक्षिणी प्रांत सिंध के लरकाना शहर में धर्मग्रंथ के कथित अपमान की अफवाह से गुस्साई भीड़ ने एक मंदिर और धर्मशाला को फूंक दिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शहर में कर्फ्यू लगा दिया है।
भुट्टो परिवार के गृहनगर और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के गढ़ लरकाना में यह विवाद शनिवार रात शुरू हुआ। भीड़ ने पहले जिन्ना बाग चौक पर स्थित मंदिर और उसके बगल में बनी धर्मशाला पर हमला किया। इसके बाद धर्मग्रंथ के पन्ने जलाने के कथित आरोपी एक हिंदू व्यक्ति का घर घेर लिया। मामला बिगड़ता देख सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाई और आंसू गैस के गोले छोड़े। जिन्ना बाग व अन्य इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। स्थानीय पुलिस अधिकारी के मुताबिक अफवाह फैलते ही छात्र और स्थानीय मदरसों के अनुयायी इकट्ठा होना शुरू हो गए। वे पुलिस से आरोपी को उनके हवाले करने की मांग कर रहे थे। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बल भी तैनात किया गया है। आरोपी को पुलिस हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने हाल ही में यह मकान किराये पर लिया था। हो सकता है कि सफाई के दौरान गलती से उसने धर्मग्रंथ जला दिया हो। जियो न्यूज में स्थानीय हिंदू पंचायत की अध्यक्ष कल्पना देवी के हवाले से कहा गया है, 'ईशनिंदा का आरोपी नशे का आदी है। लरकाना शहर का हिंदू समुदाय किसी अन्य समुदाय की धार्मिक मान्यताओं और विश्वास को चोट पहुंचाने के बारे में सोच भी नहीं सकता।'
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुंट्टो के बेटे बिलावल ने घटना पर नाराजगी जाहिर करते हुए ट्वीट किया, धार्मिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने के प्रयास सफल नहीं होने दिए जाएंगे। सरकार को शांति बरकरार रखने पर ध्यान देना चाहिए। सिंध में हमारी सरकार दंगा, लूटपाट और आगजनी करने वालों को कड़ी सजा देगी।