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आतंकवाद से दामाद तक निशाने पर

अमेरिकी दौरे के आखिरी दिन सैन जोस के सैप सेंटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। रविवार शाम (भारत में सोमवार सुबह) हुए इस कार्यक्रम में उन्होंने आतंकवाद से लेकर भ्रष्टाचार तक को अपने निशाने पर रखा।

By Sachin BajpaiEdited By: Updated: Mon, 28 Sep 2015 08:17 PM (IST)
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सैन जोस । अमेरिकी दौरे के आखिरी दिन सैन जोस के सैप सेंटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मूल के लोगों को संबोधित किया। रविवार शाम (भारत में सोमवार सुबह) हुए इस कार्यक्रम में उन्होंने आतंकवाद से लेकर भ्रष्टाचार तक को अपने निशाने पर रखा। मोदी ने कहा कि आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग दुनिया के सामने दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं। भारत हर संकट का सामना करने के लिए तैयार है। वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख नहीं अपनाने के लिए उन्होंने यूएन को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र अभी आतंकवाद की परिभाषा भी तय नहीं कर सका है। अच्छे और बुरे आतंकवाद से मानवता की रक्षा नहीं हो सकती।

पीएम ने किसी का नाम लिए बगैर भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में कुछ ही देर में राजनेताओं पर आरोप लग जाते हैं। उसने 50 करोड़ कमा लिए। उसके बेटे ने 250 करोड़ बनाया। बेटी ने 500 करोड़ बनाया। दामाद ने 1000 करोड़ बनाया। चचेरे भाई और मौसेरे भाई ने करोड़ों बनाया। इससे भ्रष्टाचार बढ़ा कि नहीं? उल्लेखनीय है कि मोदी पहले भी दामाद शब्द का इस्तेमाल राबर्ट वाड्रा और उनके विवादित भूमि सौदे के संदर्भ में कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने दो दिसंबर से नई दिल्ली और सैन फ्रांसिस्को के बीच सप्ताह में तीन दिन सीधी विमान सेवा की घोषणा भी की।

डिपॉजिट ब्रेन का इंतजार

पीएम ने कहा कि भारत में एक से बढ़कर एक ब्रेन की फसल होती है। पहले लोग ब्रेन ड्रेन की बात करते थे, लेकिन मैं इसे ब्रेन डिपॉजिट कहता हूं। डिपॉजिट ब्रेन का भारत इंतजार कर रहा है। जिस दिन मौका मिलेगा, ब्याज समेत ये ब्रेन 'मां भारती' के काम आएंगे।

उपनिषद से उपग्रह तक

मोदी ने कहा कि उपनिषद से भारत उपग्रह की चर्चा करने लग गया है। यह ऐसा पहला देश है, जिसने पहले प्रयास में मंगलयान को मंगल तक पहुंचाया। मंगल मिशन की तरह मैं भी पहली ही बार में सफल रहा। क्यों? क्योंकि यह संकल्प की ताकत है।

भगत सिंह को याद किया

भाषण के आखिर में मोदी ने शहीद भगत सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा कि भारत में आज 28 सितंबर है। भारत मां के वीर सपूत शहीद भगत सिंह की जयंती है। उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम। पीएम के साथ लोगों ने 'वीर भगत सिंह अमर रहे' के नारे लगाए।

मोदी-मोदी के लगते रहे नारे

यह आयोजन उसी तरह का था, जैसा पिछले साल न्यूयार्क के मैडिसन स्क्वायर में हुआ था। प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। 18,000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला सैप सेंटर खचाखच भरा हुआ था। इसके अलावा बाकी लोगों के लिए कार्यक्रम स्थल के बाहर बड़े-बड़े टीवी स्क्रीन लगाए गए। भाषण के दौरान लोग मोदी-मोदी के नारे लगाते रहे। हालांकि सैप सेंटर में आने वाले हजारों भारतीय-अमेरिकियों को कड़ी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा। पीएम के भाषण से पहले रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अलग-अलग डांस ग्रुपों ने अपने कार्यक्रम पेश किए। गायक कैलाश खेर ने भी सामुदायिक स्वागत कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति दी। सैप सेंटर में मोदी का भाषण सुनने कुछ लोग खास अंदाज में पहुंचे। मोदी के गृह राज्य गुजरात के कुछ लोग यहां पारंपरिक गुजराती परिधान पहने हुए थे।