9/11 हमले से दहल गई थी दुनिया, बदल गई थी आतंक के प्रति सोच
9/11 हमले की आज 15वीं पुण्यतिथी है। अमेरिका के डब्ल्यूटीसी हमले के बाद आतंकवाद के प्रति पूरी दुनिया का नजरिया एकदम बदल गया था।
न्यूयार्क। अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले की आज 15वीं पुण्यतिथी है। अलकायदा द्वारा किए गए इस हमले में करीब 3000 लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा करीब 19 आतंकी भी इस हमलेे में मारे गए थे। इसके बाद में भी कुछ लोगों की मौत सांस लेने में दिक्कत और फैंफड़ों में आई दिक्कत की वजह से हुई थी। इस हमले ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था।
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावरों के धराशायी होने की वजह से न्यूयार्क के आसमान में उठे धूल और धुंए के गुबार ने कुछ समय के लिए वहां पर सूरज की रोशनी को भी ढ़क लिया था। इस हमले के बाद डस्ट लेडी के नाम से सामने आई एक महिला की हालही में केंसर की वजह से मौत हो गई थी। हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए अमेरिकी हमले के बाद यह सदी का दूसरा सबसे बड़ा हमला माना गया था। लेकिन किसी आतंकी संगठन द्वारा किसी देश पर किया गया अब तक का यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था।
11 सितंबर 2001 को अलकायदा ने तीन विमानों को हाईजैक कर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन को निशाना बनाया था। इस हमले आतंकवाद के प्रति पूरी दुनिया की सोच को भी बदलकर रख दिया था। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दोनों टावर गिरने से करीब 2753 लोगों की मौत हुई थी जबकि पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोगों की मौत हुई थी। वहीं चौथे और आखिरी अपहृत विमान के यात्रियों द्वारा आतंकियों से हाथापाई करने के बाद यह विमान बेकाबू होकर पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के पास एक खेत में जा गिरा था। इसमें सवार सभी चालीस लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। आतंकियों की योजना इस विमान को वाशिंगटन में क्रैश करने की थी।
इस आतंकी हमले के बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने इस हमले को आतंकी हमला करार दिया था। इसके साथ ही उन्होंने इस हमले की जांच के भी आदेश तुरंत पारित कर दिए थे। जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त वह फ्लोरिडा में थे, लेकिन हमले की खबर मिलने के तुरंत बाद वह न्यूयार्क लौट आए। हमले के तुरंत बाद यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी तरह के विमानों की आवाजाही पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया था।
9/11 हमले का सिलसिलेवार घटनाक्रम
सबुह 8:46 बजे : बोस्टन से लॉस एंजेलिस की उड़ान पर निकले अमेरिकन एयरलाइंस केे बोईंग 767 काेे इसमें सवार पांच अपहरणकर्ताओं ने अगवा कर लिया। उन्होंने इसको वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टावर से टकरा दिया। जिसके चलते आग पूरी इमारत आग के गोले में तब्दील हो गई। इसमें 92 लोग सवार थे।
सुबह 9:03 बजे : बोस्टन से लॉस एंजेलिस की उड़ान पर निकले अमेरिकन एयरलाइंस केे बोईंग 767 काेे इसमें सवार पांच अपहरणकर्ताओं ने अगवा कर लिया। उन्होंने इसको वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के दक्षिण टावर से टकरा दिया। इसमें 65 लोग सवार थे।
सुबह 9:30 बजे : अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने इसे आतंकी हमला करार दिया।
सुबह 9:37 बजे : वाशिंगटन डलास से लॉस एंजेलिस जा रहे अमेरिकन एयरलाइंस के बोईंग 757 को भी इसमें सवार पांच अपहरणकर्ताओं ने हाईजैक कर लिया था। इसमें 64 लोग सवार थे। इस विमान को आतंकियों ने पेंटागन से टकरा दिया था।
सुबह 9:42 बजे : यूएस फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन ने सभी विमानों की आवाजाही पर रोक लगाई।
सुबह 9:59 बजे : वर्ल्ड ट्रेड सेंटर से टकराने के करीब 56 मिनट बाद दक्षिण टावर गिरा।
सुबह 10:03 बजे : नेवार्क से सेन फ्रांसिस्को जो रहे यूनाइटेड एयरलाइंस के बोईंग 757 को विमान में सवार चार अपहरणकर्ताओं ने अगवा कर लिया। इसमेंं 44 लोग सवार थे। यह विमान पेंसिल्वेनिया में शैंक्सविले के क्रैश हाेे गया था।
सुबह 10:28 बजे वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के 42 मिनट बाद उत्तरी टावर गिरा और मैनहट्टन का आसमान धूल और धुंए से पट गया।