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ब्रसेल्स: पीएम ने एशिया के सबसे बड़े टेलीस्कोप को किया एक्टिवेट

बेल्जियम में प्रधानमंत्री में अपने भाषण की शुरूआत ब्रसेल्स हमले में मारे गए लोगों के साथ की। उन्होंने कहा कि भारत चालीस वर्षों से आतंकवाद से लड़ रहा है। ऐसे में वक्त है कि सभी मुल्क इस बुराई को खत्म करने में एकजुट होने का प्रयास करें।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Wed, 30 Mar 2016 09:44 PM (IST)
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ब्रसेल्स। बेल्जियम में प्रधानमंत्री में अपने भाषण की शुरूआत ब्रसेल्स हमले में मारे गए लोगों के साथ की। उन्होंने कहा कि भारत चालीस वर्षों से आतंकवाद से लड़ रहा है। ऐसे में वक्त है कि सभी मुल्क इस बुराई को खत्म करने में एकजुट होने का प्रयास करें।

ब्रसेल्स की धरती पर पीएम ने आतंकवाद से लड़ाई के लिए साझा कोशिश की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत पिछले 40 साल से कैंसर बन चुकी इस बीमारी से लड़ रहा है। पीएम ने कहा कि बेल्जियम से भारत का खून का रिश्ता रहा है। करीब 100 साल पहले एक लाख से ज्यादा भारतीयों ने यहां की धरती पर लड़ाई लड़ी थी जिसमें 9 हजार भारतीयों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

बेल्जियम के सांसदों से मिलते पीएम मोदी

उन्होंने कहा कि सभी देश एक दूसरे पर निर्भर हैं। भारत इस अवसर को भुनाने का मौका देता है। आज दुनिया में टैलेंट पूल की जरूरत है ताकि सभी देशों को उसका फायदा मिल सके।

नैनिताल में बने टेलीस्कोप को रिमोट के जरिए पीएम ने किया एक्टिवेट

पीएम मोदी ने नैनिताल में बनाए गए एरिस टेलीस्कोप का ब्रसेल्स से रिमोट के जरिए एक्टिवेट किया। इस मौके पर उन्होंने भारत और बेल्जियम दोनों ही टीमों को इसके सफलतापूर्वक कार्य करने के लिए बधाई दी।
पीएम ने कहा कि ये टेलीस्कोप भारत और बल्जियम दोनों यहां के वैज्ञानिकों को सहायता करेगा।

इस दूरबीन निर्माण में सात प्रतिशत हिस्सेदारी बेल्जियम की, जबकि 93 प्रतिशत भारत की है। 3.6 मीटर व्यास की ऑप्टिकल दूरबीन डेढ़ सौ करोड़ की लागत से नौ साल में तैयार की गई है। एशिया की पहली ऐसी दूरबीन है जो चारों दिशाओं का अध्ययन करने में सक्षम है। इसके अलावा क्रिटिकल आब्र्जवेशन करने में भी यह दूरबीन मील का पत्थर साबित होगी।

ये भी पढ़ें- ब्रसेल्स पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर

मोदी ने कहा कि उन्होंने बेल्जियम के पीएम चार्ल्स मिशेल को भारत आने का न्यौता दिया है। मोदी ने ये भी कहा कि आतंक का बेहतर ढंग से मुकाबला करने के लिए भारत और बेल्जियम पारस्परिक कानूनी समझौतों पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गैर परंपरागत ऊर्जा और वेस्ट से ऊर्जा बनाने के लिए दोनों मुल्कों में सहमति बनी है।

तीन देशों की यात्रा पर ब्रसेल्स पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र के स्वागत में सबसे पहले एयरपोर्ट पर उनके सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद पीएम वहां के अपने समकक्षीय चार्ल्स मिशेल से भी मिले। मोदी ब्रसेल्स के मालबिक मेट्रो स्टेशन पर जाकर वहां पर मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। पिछले हफ्ते वहां पर इस्लामिक स्टेट की तरफ से किए गए धमाके में 20 लोगों की मौत हो गई थी जिनमें एक भारतीय इंफोसिस का कर्मचारी भी शामिल था। जबकि करीब 100 लोग घायल हो गए थे।

पीएम ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों को दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी को एग्मांट पैलेस में राजकीय सम्मान दिया गया।

पीएम मोदी आज ब्रसेल्स पहुंचते ही अपने पहले आधिकारिक दौरे पर वहां पर यूरोपीय संघ के कुछ चुनिंद सदस्यों और बेल्जियम के सांसदों से मिले। इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट करके दी।

इससे पहले मोदी के ब्रसेल्स एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उनका भव्य स्वागत किया गया और उनके सम्मान में गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। मोदी का एक झलक पाने के लिए वहां पर भारी तादाद में भारतीय भी जुटे हुए थे।

प्रवासी भारतीयों ने वहां पर मोदी के स्वागत में तिरंगा झंडा लहराया। इसके साथ ही, पीएम से ऑटोग्राफ्स मांगे।

बेल्जियम, अमेरिका और सउदी अरब के दौरे में सबसे पहले मोदी बुधवार को ब्रसेल्स पहुंचे है।

मोदी आज ब्रसेल्स में बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल के साथ द्विपक्षीय शिखर वार्ता करेंगे। उसके बाद मोदी 13वें भारत-यूरोपीय संघ शिखर वार्ता में हिस्सा लेंगे।


वाशिंगटन में परमाणु सुरक्षा शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

बेल्जियम के बाद 31 मार्च को पीएम का वॉशिंगटन डीसी में चौथे परमाणु सुरक्षा सम्मेिलन में शामिल होने का कार्यक्रम है,जहां कई राष्ट्र और वैश्विक संगठन के प्रतिनिधि मौजूद होंगे। सम्मेलन में परमाणु सुरक्षा के खतरे को लेकर महत्व्पूर्ण मुद्दे पर चर्चा की जायेगी। वैश्विक परमाणु सुरक्षा ढांचे को मजबूत बनाने के तरीकों और उपायों पर चर्चा करेंगे ताकि ‘नॉन स्टेट एक्टर्स’ की पहुंच परमाणु सामाग्री तक न हो।

दो अप्रैल को सऊदी अरब के दौरे पर जाएंगे पीएम

प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे के बाद दो अप्रैल को दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब की राजधानी रियाद जाएंगे। वह सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सउद के आमंत्रण पर पहुंच रहे हैं। सऊदी अरब और भारत के बीच साल 2014-15 में द्विपक्षीय व्यापार 39 अरब डॉलर था। वह भारत में कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है। सऊदी अरब में 29.6 लाख से अधिक भारतीय नागरिक रह रहे हैं। वहां सबसे अधिक प्रवासी भारत के ही हैं।

साल 2010 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दौरे के बाद यह सऊदी अरब के लिये सबसे उच्च स्तरीय दौरा हो रहा है। मोदी शाह सलमान के साथ आतंकवाद विरोधी व्यवस्था को विस्तत बनाने और ऊर्जा, व्यापार के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने सहित कई मुद्दों पर चर्चा करेंगे।