बुधवार को कैमरन देंगे इस्तीफा, थेरेसा बनेंगी ब्रिटेन की दूसरी महिला पीएम
ब्रिटेन केे मौजूदा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन बुधवार को इस्तीफा देंगे और उनकी जगह थेेरेसा अगली प्रधानमंत्री बनेंगी। वह बुधवार को पीएम पद की शपथ लेंगी।
लंदन (रॉयटर)। ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री के तौर पर अब मौजूदा गृहमंत्री थेरेसा के नाम पर लगभग मुहर लग चुकी है। मौजूदा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने ऐलान किया है कि वे बुधवार को अपना इस्तीफा देंंगे। उसी दिन थेरेसा पीएम पद की शपथ भी लेंगी। कैमरन ने कहा कि बुधवार को वह ब्रिटेन की महारानी से मिलकर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप देंगे और अपने उत्तराधिकारी के तौर पर थेरेसा के नाम की जानकारी उन्हें देंगे। उन्होंने कहा कि इसी दिन थेरेसा पीएम का पदभार ग्रहण करेंगी।
उर्जा मंत्री एंड्रिया लीडसम के पीएम की दौड़ से हटने के बाद उनकी इस राह की आखिरी बाधा भी आज खत्म हो गई। लीडसम ने अपने इस फैसले का ऐलान आज ही किया। हालांकि उनका यह फैसला सभी के लिए बेहद चौंकाने वाला था। ब्रिटेन के पीएम पद के लिए सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी में शुरुआती दौर में पांच लोग शामिल हुए थे। थेरेसा ब्रिटेन की दूसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी।
गौरतलब है कि ब्रेक्जिट के बाद मौजूदा प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने अक्टूबर तक अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही थी। उनका कहना था कि ब्रेक्जिट के फैसले के बाद उनका कोई नया उत्तराधिकारी देश को आगे की ओर ले जाए। कंजरवेटिव पार्टी ने नए नेता के चुनाव की तारीख नौ सितंबर तय की थी। इसके बाद से ही इस पद के लिए कवायद शुरू हो गई थी। थेरेसा लगातार 19 सालों से सांसद और छह साल से गृह मंत्री हैं।
प्रधानमंत्री के तौर पर उनका समर्थन करने वालों में ब्रेक्जिट के प्रबल समर्थक लंदन के पूर्व मेयर बोरिस जॉनसन और भारतवंशी रोजगार मंत्री प्रीति पटेल जैसे नाम हैं। थेरेसा ने कहा है कि प्रधानमंत्री के रूप में वह निश्चित करेंगी कि ब्रिटेन ईयू से बाहर निकले।
पीएम की दौड़ से हटने केे फैसले का ऐलान करते हुए लीडसम ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में नए नेता के चुनाव के लिए नौ सप्ताह लंबा अभियान चलाया जाना उचित नहीं है। यूरोपीय संघ से निकलने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए देश को तत्काल नए नेता की जरूरत है। नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया शुरू करने के लिए जिम्मेदार पार्टी समिति के अध्यक्ष ग्राहम ब्रेडी ने बताया कि कुछ संवैधानिक प्रक्रियाएं पूरी होते ही नए नेता के नाम का एलान कर दिया जाएगा।
हालांकि प्रधानमंत्री की कुर्सी पर आसीन होते ही थेरेसा की परीक्षा शुरू हो जाएगी। ईयू से निकलने की दो साल लंबी जटिल प्रक्रिया उनके नेतृत्व में ही शुरू होगी। इस समूह के अन्य सदस्य देश पहले ही साफ कर चुके हैं कि वे ब्रिटेन को आसान शर्तो पर बाहर नहीं जाने देंगे।