कार, टीवी व कंप्यूटर बढ़ा रहे गरीब देशों में मोटापा
टोरंटो। अनियमित दिनचर्या और असंतुलित खानपान को मोटापे के लिए जिम्मेदार माना जाता है। मगर हालिया शोध में दावा किया गया है कि मध्य और निम्न आय वाले देश के लोग जिनके पास टीवी, कार और कंप्यूटर होता है उनमें मोटापा और डायबिटीज टाइप-2 होने का खतरा ज्यादा होता है। शोधकर्ताओं ने 17 देशों के डेढ़ लाख्
By Edited By: Updated: Tue, 11 Feb 2014 04:54 PM (IST)
टोरंटो। अनियमित दिनचर्या और असंतुलित खानपान को मोटापे के लिए जिम्मेदार माना जाता है। मगर हालिया शोध में दावा किया गया है कि मध्य और निम्न आय वाले देश के लोग जिनके पास टीवी, कार और कंप्यूटर होता है उनमें मोटापा और डायबिटीज टाइप-2 होने का खतरा ज्यादा होता है।
शोधकर्ताओं ने 17 देशों के डेढ़ लाख से ज्यादा वयस्कों के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। शोध में उच्च और मध्य आय से लेकर निम्न आय वाले देशों को शामिल किया गया। यह अंतरराष्ट्रीय शोध कनाडा के सिमोन फ्रेसर यूनिवर्सिटी हेल्थ साइंस के प्रोफेसर स्कॉट लीयर के नेतृत्व में किया गया है। शोध के दौरान प्रतिभागियों से उनके पास मौजूद चीजों, शारीरिक गतिविधियों और खानपान के बारे में पूछा गया। शोधकर्ताओं ने कम आय वाले देशों में महंगा सामान रखने वालों में मोटापे और डायबिटीज के मामलों में क्रमश: 400 प्रतिशत और 250 प्रतिशत की वृद्धि पाई। पढ़ें : फास्टफूड के कारण बच्चों में नहीं बढ़ता मोटापा शोध के दौरान पाया गया कि जिन लोगों के पास कार, कंप्यूटर और टीवी जैसी तीन महंगी चीजें थी उनकी शारीरिक गतिविधियों में जिन लोगों के पास यह चीजें नहीं थी उनके मुकाबले 31 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। यही नहीं उनके बैठने की आदतों में 21 प्रतिशत और उनकी कमर के साइज में नौ सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। यह शोध कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
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