यूक्रेन में विद्रोहियों पर सैन्य कार्रवाई, दो मरे
पूर्वी यूक्रेन में सुरक्षा बलों ने रविवार को रूस समर्थक क्रेमलिन मिलीशिया के विद्रोहियों के खिलाफ स्पेशल फोर्स के दस्तों ने सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक की लड़ाई में दो लोगों की मौत हुई और नौ लोग घायल हुए हैं। रूस समर्थकों पर इस कार्रवाई के बाद शीत युद्ध के दोबारा भड़कने का खतरा पैदा हो गया है
By Edited By: Updated: Mon, 14 Apr 2014 09:11 AM (IST)
कीव। पूर्वी यूक्रेन में सुरक्षा बलों ने रविवार को रूस समर्थक क्रेमलिन मिलीशिया के विद्रोहियों के खिलाफ स्पेशल फोर्स के दस्तों ने सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक की लड़ाई में दो लोगों की मौत हुई और नौ लोग घायल हुए हैं। रूस समर्थकों पर इस कार्रवाई के बाद शीत युद्ध के दोबारा भड़कने का खतरा पैदा हो गया है।
यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में रूसी भाषी लोग पश्चिम समर्थक अंतरिम सरकार के बैठने के बाद से ही खफा हैं। उन्होंने क्रीमिया की तरह जनमत संग्रह की मांग रखी है। यूक्रेन के गृह मंत्री अर्सेन अवाकोव ने फेसबुक पेज पर कहा,'इस अभियान में अलगाववादियों को भी नुकसान पहुंचा है।' सरकार ने रविवार को कहा कि उसने स्लाविआंस्क में सुरक्षा बलों को भेजा गया है। इस शहर के सुरक्षा भवन समेत कई सरकारी इमारतों पर रूस समर्थकों ने कब्जा कर रखा है। यूक्रेन ने इसे रूस द्वारा हमले की कार्रवाई बताया है। इस अभियान के बाद रूस और यूक्रेन के बीच गतिरोध खतरनाक स्थिति में पहुंच सकता है। रूस ने पहले से चेतावनी दे रखी है कि यदि पूर्वी यूक्रेन में रूसी भाषा बोलने वालों पर हमला होता है तो वह उन्हें बचाने की कार्रवाई करेगा। अवाकोव ने कहा कि देशभर से विशेष सुरक्षा दस्तों को इस ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है ताकि स्लाविआंस्क पर फिर से यूक्रेन का नियंत्रण हो सके। खबर है कि स्लाविआंस्क में विद्रोहियों के कब्जे वाले पुलिस मुख्यालय के ऊपर दो सैन्य हेलीकॉप्टर उड़ रहे हैं। इस बीच, अमेरिका ने रूस को यूक्रेन में आगे कोई सैन्य कार्रवाई नहीं करने की चेतावनी दी है। अमेरिका का कहना है कि स्लाविआंस्क में क्रीमिया जैसी स्थिति बन रही है। रूस ने यूक्रेन की पूर्वी सीमा पर करीब 40 हजार सैनिकों को इकट्ठा कर रखा है। यूक्रेन ने आरोप लगाया है कि इस शहर में विद्रोह करने वाले रूस प्रशिक्षित लोग हैं। वे हमारे ऊपर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं। हमारा एक कमांडो मारा गया है। उन्होंने बताया कि दोनेत्स्क इलाके में रूस समर्थकों को सरकारी इमारतों से खदेड़ने के लिए ऐसे ही ऑपरेशन चलाए जाएंगे। पढ़ें : रूस समर्थकों को यूक्रेन ने दिया माफी का प्रस्ताव