अरबों वर्ष पहले सूरज से भी ज्यादा गर्म था ब्रह्मांड
मेलबर्न। खगोलशास्त्रियों ने उस बिंदु का पता लगा लिया है जहां से ब्रह्मांड 11 अरब वर्ष पहले ठंडा होना शुरू हो गया था। इससे पहले तक ब्रह्मांड का तापमान आश्चर्यजनक रूप से 13 हजार डिग्री सेल्शियस था। यह तापमान सूरज की सतह के तापमान से भी अधिक है। स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं की अंतरराष्ट्रीय टीम ने पाया कि करीब 11 अर
By Edited By: Updated: Sun, 25 May 2014 04:21 PM (IST)
मेलबर्न। खगोलशास्त्रियों ने उस बिंदु का पता लगा लिया है जहां से ब्रह्मांड 11 अरब वर्ष पहले ठंडा होना शुरू हो गया था। इससे पहले तक ब्रह्मांड का तापमान आश्चर्यजनक रूप से 13 हजार डिग्री सेल्शियस था। यह तापमान सूरज की सतह के तापमान से भी अधिक है।
स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं की अंतरराष्ट्रीय टीम ने पाया कि करीब 11 अरब वर्ष पहले ब्रह्मांड का तापमान धीरे धीरे घटना शुरू हुआ। शोधकर्ताओं ने आकाशगंगाओं के बीच मौजूद गैसों के अध्ययन से तीन-चार अरब वर्ष पूर्व ब्रह्मांड के तापमान का पता लगाया। ब्रह्मांड के विकास के इन शुरुआती वर्षों में कई सक्रिय आकाशगंगाएं गर्म होना शुरू हो गई थी और जिससे आसपास के वातावरण का तापमान बढ़ने लगा था। यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोफिजिक्स एंड सुपरकंप्यूटिंग में पीएचडी की छात्रा और प्रमुख शोधकर्ता एलिसा बोएरा ने कहा, हालांकि 11 अरब वर्ष पहले ब्रह्मांड का तापमान बढ़ना रुक गया था और वह धीरे-धीरे ठंडा होने लगा था। उन्होंने कहा, आकाशगंगाओं के बीच मौजूद गैस का अध्ययन ब्रह्मांड का इतिहास जानने का अच्छा माध्यम है। इससे हमें ब्रह्मांड को प्रभावित करने वाली बड़ी घटनाओं, विकास के विभिन्न चरणों के दौरान तापमान और उसके संघटकों के संबंध में बड़ी जानकारियां मिलती हैं। शोध के दौरान बोएरा ने धरती के वायुमंडल द्वारा छोड़ी जाने वाली नीली रोशनी यानी पराबैंगनी किरणों का अध्ययन किया। ब्रह्मांड के विकास के काफी बाद में पराबैंगनी किरणों का प्रवेश हुआ, जिससे तापमान में अंतर को समझने में सहायता मिली। यह शोध रॉयल एस्ट्रॉनोमिकल सोसायटी में प्रकाशित हुआ है।