एक सप्ताह में 700 लोगों की जान ले चुका है उफनता भूमध्य सागर
भूमध्य सागर पिछले एक सप्ताह में ही करीब सात सौ लोगों की जान ले चुका है। यह सभी लोग बेहतर जिंदगी की तलाश में दूसरे देशों का रुख कर रहे थे। लेकिन इनकी किस्मत अच्छी नहीं रही।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Sun, 29 May 2016 07:35 PM (IST)
जिनेवा (एएफपी)। पिछले एक सप्ताह में करीब सात सौ लोगों ने भूमध्य सागर में डूब जाने से जान गंवाई है। संयुक्त राष्ट्र रिफ्यूजी एजेंसी के मुताबिक पिछले एक सप्ताह में भूमध्य सागर में प्रवासियों से भरी तीन नौकाएं डूबने की वजह से इतनी मौत हुई हैं। यह तीनों नौका लीबिया के तट से कुछ दूरी पर डूबी। इनमें से एक नौका में करीब 500 प्रवासी थे, जो अपने बेहतर दिनों की उम्मीद में अपना वतन छोड़ दूसरे देश जा रहे थे। इस दौरान करीब दस हजार लोगों काेे जिंदा भी बचाया गया है।
यूएनएचसीआर के प्रवक्ता फेडरिको फोसी के मुतााबिक इन नौका हादसों में मारे गए लोगों की सही संख्या के बारे में अभी ज्यादा कुछ नहीं पता है, लेकिन तीन नौकाओं के डूबने से अब तक करीब 700 लोगों की जान भूमध्य सागर ले चुका है। इनमें से एक नौका में ही करीब 500 यात्री सवार थे। इन हादसों में मारे गए लोगों में कई कम उम्र के बच्चे तो कई नवजात शामिल थे। एजेंसी केे मुताबिक बुधवार और गुरुवार दोनों ही दिन इस तरह के हादसे हुए, जिसमें नौका के टूटने से लोगों की जान चली गई। बुधवार को हुए हादसे में जहां 45 शव ही तलाशे जा सके वहीं सौ के करीब अब भी लापता बताए जा रहे हैं।यहां डेनिम की जींस पहनने और विदेश बात करने पर मिलती है 'मौत'
सिसली में सेव फॉर चाइल्ड के प्रवक्ता ने भी माना है कि पिछले एक सप्ताह में कई लोगों की जान भूमध्य सागर ले चुका है। इन हादसों में कितने बच्चे मारे गए हैं इसकी संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। इसके बावजूद जो इन हादसों में बचे हैं उनके मुताबिक करीब दो नौकाओं में ही करीब 1100 लोग सवार थे, जिनमें कई बच्चे और नवजात शामिल थे। इनमें से जब एक बोट समुद्र में डूबने लगी तो वह लोग दूसरी पर सहारा पाने की उम्मीद से जाने लगे। इसके बाद वह बोट भी इतना वजन सहन नहीं कर सकी और समुद्र में डूब गई।
सिसली में सेव फॉर चाइल्ड के प्रवक्ता ने भी माना है कि पिछले एक सप्ताह में कई लोगों की जान भूमध्य सागर ले चुका है। इन हादसों में कितने बच्चे मारे गए हैं इसकी संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। इसके बावजूद जो इन हादसों में बचे हैं उनके मुताबिक करीब दो नौकाओं में ही करीब 1100 लोग सवार थे, जिनमें कई बच्चे और नवजात शामिल थे। इनमें से जब एक बोट समुद्र में डूबने लगी तो वह लोग दूसरी पर सहारा पाने की उम्मीद से जाने लगे। इसके बाद वह बोट भी इतना वजन सहन नहीं कर सकी और समुद्र में डूब गई।