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2011 में अमेरिका ने 231 साइबर हमले किए

अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने 2011 में 231 साइबर हमलों को अंजाम दिया था। वाशिंगटन पोस्ट अखबार के हवाले से ईरान की मेहर समाचार एजेंसी ने कहा है कि एडवर्ड स्नोडेन द्वारा सार्वजनिक किए गए दस्तावेज से पता चलता है कि अमेरिका के साइबर हमलों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियां अन्य देशों के कंप्यूटर नेटवर्क में सेंध लगा रही हैं।

By Edited By: Updated: Mon, 02 Sep 2013 09:00 AM (IST)
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वाशिंगटन। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने 2011 में 231 साइबर हमलों को अंजाम दिया था। वाशिंगटन पोस्ट अखबार के हवाले से ईरान की मेहर समाचार एजेंसी ने कहा है कि एडवर्ड स्नोडेन द्वारा सार्वजनिक किए गए दस्तावेज से पता चलता है कि अमेरिका के साइबर हमलों का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियां अन्य देशों के कंप्यूटर नेटवर्क में सेंध लगा रही हैं।

वाशिंगटन पोस्ट ने जिन दस्तावेज को हासिल किया है, वे खुफिया बजट का एक भाग हैं। इनसे पता चलता है कि वर्तमान वित्त वर्ष के लिए अमेरिका ने गुप्त सूचनाओं को प्राप्त करने के लिए 52.6 अरब डॉलर [करीब 3,000 अरब रुपये] का बड़ा बजट रखा है। इन बजट दस्तावेज से 65.2 करोड़ डॉलर [करीब 42 अरब रुपये] के 'जीनाई' कोड नाम वाले प्रोजेक्ट का भी रहस्योद्धाटन हुआ। इस प्रोजेक्ट के तहत अमेरिकी कंप्यूटर विशेषज्ञ अन्य देशों के कंप्यूटर नेटवर्क में सेंध लगाते हैं, ताकि उन्हें अमेरिका के गुप्त नियंत्रण में लाया जा सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का प्रशासन इस प्रकार के साइबर हमलों की बात स्वीकार नहीं करता। इस ऑपरेशन को गुप्त मानकर चलता है। वाशिंगटन पोस्ट द्वारा प्राप्त किए गए दस्तावेज से यह भी पता चलता है कि अमेरिकी साइबर हमलों को कभी-कभी विदेश में जाकर अंजाम दिया जाता है। इन्हें अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए या गुप्त सैन्य बलों के सहयोग से अंजाम दिया जाता है।

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