अमेरिकी हवाई अड्डों पर नस्ली जांच के खिलाफ विधेयक पास
वाशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रमुख पैनल ने उस विधायी संशोधन को मंजूरी दे दी है, जिसमें देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर सिखों, हिंदुओं, मुसलमानों और दक्षिण एशिया के यात्रियों की धर्म और नस्ल के आधार पर पहचान किए जाने की जांच की मांग की गई है।
By Edited By: Updated: Fri, 24 May 2013 04:26 PM (IST)
वाशिंगटन। अमेरिकी कांग्रेस के एक प्रमुख पैनल ने उस विधायी संशोधन को मंजूरी दे दी है, जिसमें देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर सिखों, हिंदुओं, मुसलमानों और दक्षिण एशिया के यात्रियों की धर्म और नस्ल के आधार पर पहचान किए जाने की जांच की मांग की गई है।
होमलैंड सिक्योरिटी एप्रोप्रिएशन संशोधन का यह प्रस्ताव सांसद माईक होंडा ने पेश किया था। इस प्रस्ताव के तहत सुनिश्चित किया गया है कि ट्रांसपोर्टेशन सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन [टीएसए] सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों की निजता, नागरिक अधिकारों व नागरिक स्वतंत्रता का ध्यान रखें। टीएसए एक संघीय एजेंसी है, जो एयरपोर्ट पर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। सांसद जूडी चू ने कहा, 'बहुत से सिखों, दक्षिण एशियाई नागरिकों, मुसलमानों, सऊदी अरब के यात्रियों को हमारे हवाई अड्डों पर अतिरिक्त सुरक्षा जांच के घेरों से गुजरना पड़ता है।' जूडी कांग्रेशनल एशियन पेसिफिक अमेरिकन कॉकस [सीएपीसी] की अध्यक्ष और हाल में गठित अमेरिकन सिख कांग्रेशनल कॉकस की सह अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने कई ऐसे किस्से सुने हैं कि बच्चों की भी ऐसी ही गहन तलाशी ली जाती है, जबकि हवाई अड्डों को सुरक्षित रखने के लिए हमारे पास जांच प्रक्रियाओं की कुछ नीतियां होनी चाहिए। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जांच प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाए।' जूडी ने सभी नीतियों को तटस्थ और गैर भेदभावपूर्ण तरीके से लागू किए जाने की जांच को लेकर हाउस एप्रोप्रिएशन कमिटी की तारीफ की है। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर