पाक को अमेरिका का संदेश, आतंक के खिलाफ अब बात नहीं करो कार्रवाई
मार्क ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर हम लगातार पाकिस्तान के साथ काम कर रहे है ताकि आतंकवादियों के ठिकानों का पता लगाया जा सके।
वाशिंगटन। आतंकवाद के मुद्दे पर एक बार फिर अमेरिका ने पाकिस्तान को खुलकर लताड़ लगाई है। अमेरिकी विदेश विभाग के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने मुंबई में हुए 26/11 हमले को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि, मुंबई हमलों के मामले हम बहुत स्पष्ट है और इस मामले में जल्द से जल्द जवाबदेही और न्याय देखना चाहता हैं।
मार्क ने कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर हम लगातार पाकिस्तान के साथ काम कर रहे है ताकि आतंकवादियों को ठिकानों का पता लगाया जा सकें। उन्होंने आगे कहा कि पाक सरकार के उच्चतम स्तर के अधिकारियों के साथ हमारी बातचीत लगातार जारी है। हमारा मूल मकसद है कि पाकिस्तान उन सभी आंतकवादियों के सुरक्षित ठिकानों को खत्म करें जो पड़ोसी देशों को लगातार निशाना बना रहे हैं। मार्क टोनर ने कहा है कि इस मामले में पाकिस्तान ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। मार्क ने हाल ही में अफगानिस्तान की सीमा पर आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान द्वारा अपनाएं गए कुछ कदमो को प्रोत्साहित भी किया।
पढ़ें- पाक ने दी भारत को धमकी, कहा- युद्ध में अब उसे हराना नामुमकिन
प्रधानमंत्री ने पाक पर परोक्ष रूप से बोला था जोरदार हमला
पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दक्षिण एशिया में ‘एक अकेला देश’ ‘आतंक के एजेंट’ फैला रहा है और उन्होंने जी-20 नेताओं से कहा कि आतंकवाद का प्रायोजन करने वालों को प्रतिबंधित और अलग-थलग किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री के इस बयान के ठीक बाद जी-20 के सदस्य देशों ने आतंकवाद की पुरजोर निंदा की और आतंकवाद के वित्तपोषण के सभी स्रोतों, तकनीकों और माध्यमों से निपटने का संकल्प लिया।
मोदी ने पाकिस्तान का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा, ‘दक्षिण एशिया में निश्चित तौर पर एक ऐसा देश है जो हमारे क्षेत्र के देशों में आतंक के एजेंट फैला रहा है।’ उन्होंने जी-20 के समापन सत्र के दौरान कहा, ‘हम आशा करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय एकसाथ बोलेगा और इस समस्या से लड़ने के लिए तत्कालिक आधार पर कदम उठायेगा। जो आतंकवाद का प्रयोजन और समर्थन करते हैं उनको अलग-थलग और प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उनको पुरस्कृत नहीं किया जाना चाहिए।’
पढ़ें- भारत-अमेरिका के बाद पाक अब चीन के साथ करेगा लॉन्ग टर्म डिफेंस एग्रीमेंट