अमेरिकी सेना में सिख जवान को मिली पगड़ी और दाढ़ी की इजाजत
अमेरिका में सिख सैन्य अधिकारी ने धार्मिक समानता की लड़ाई जीत ली है। सेना ने उन्हें दाढ़ी रखने और पगड़ी पहनने की स्थाई तौर पर इजाजत दे दी।
By Kamal VermaEdited By: Updated: Sat, 02 Apr 2016 05:14 PM (IST)
वाशिंगटन। अमेरिका में सिख सैन्य अधिकारी ने धार्मिक समानता की लड़ाई जीत ली है। सेना ने उन्हें दाढ़ी रखने और पगड़ी पहनने की स्थाई तौर पर इजाजत दे दी। कैप्टन सिमरत पाल सिंह (28) सेना को सक्रिय सेवा देते हुए यह छूट पाने वाले पहले अमेरिकी सिख जवान बन गए हैं।
सिमरतपाल ने मार्च की शुरुआत में ही अमेरिकी रक्षा विभाग के खिलाफ मुकदमा ठोका था। उन्होंने धार्मिक आधार पर भेदभाव का आरोप लगाया था। सेना ने 31 मार्च को सिख जवान को स्थाई तौर पर धार्मिक प्रतीक चिह्नों के साथ सेवा देने की अनुमति दी थी। सैन्य इकाई में सद्भाव, अनुशासन या एकता के उल्लंघन, स्वास्थ्य को क्षति अथवा सुरक्षा के अभाव की स्थिति में उनसे यह सुविधा छीनी भी जा सकती है।2002 के गुजरात दंगों और 1984 के सिख विरोधी दंगों में फर्क है: कन्हैया कैप्टन सिमरतपाल सिंह ने कहा, 'सेना में लंबे समय तक सेवा देने का मेरा सपना जारी रहेगा। अन्य सैनिकों की तरह ही धर्म मेरी पहचान है। मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि अब मुझे धार्मिक विश्वास या देश की सेवा में से किसी एक का चयन नहीं करना पड़ेगा।' कैप्टन सिमरतपाल फिलहाल वर्जीनिया के फोर्ट बेलवॉयर में तैनात हैं।