बढ़ते तालिबानी हमलों से निपटने में अमेरिकी सैनिक होंगे सक्रिय
हाल के दिनों में तालिबान के बढ़ते हमलों के बाद अफगानिस्तान में अमेरिका अपने सैनिकों की भूमिका बढ़ाने जा रहा है।
वाशिंगटन, प्रेट्र : हाल के दिनों में तालिबान के बढ़ते हमलों के बाद अफगानिस्तान में अमेरिका अपने सैनिकों की भूमिका बढ़ाने जा रहा है। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। वर्ष 2014 में सेना के बड़े हिस्से को वापस बुला लिया गया था। बाकी बचे जवान की भूमिका अफगानिस्तान सेना को प्रशिक्षित करने तक सीमित थी।
सांत्वना देने पाकिस्तान पहुंचा अमेरिकी दल
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जॉश अर्नेस्ट ने कहा, 'राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद अमेरिकी सेना अब अफगानिस्तान सेना के साथ आतंक रोधी अभियान में जा सकेगी।' अर्नेस्ट ने स्पष्ट किया कि इसके बावजूद अमेरिकी सेना की भूमिका सलाह और सहयोग पर केंद्रित रहेगी। प्रेस सचिव ने अपने वतन की रक्षा के लिए जीतोड़ कोशिश करने वाली अफगानिस्तान सेना की तारीफ भी की है। बकौल अर्नेस्ट, वे तालिबान आतंकियों के हमले के बाद खुद को पुनर्गठित कर मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। अमेरिकी औन नाटो बलों के प्रयासों के चलते अफगानिस्तान के जवानों ने कई अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। मालूम हो कि पिछले कुछ दिनों में तालिबानी हमलों में फिर से वृद्धि हो गई है। इसे देखते हुए अमेरिकी सेना की भूमिका बढ़ाने की बात कही जा रही थी। ओबामा के समक्ष इस बाबत एक प्रस्ताव पेश किया गया था।
अफगानिस्तान में 13 आइएस आतंकी ढेर
अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के 13 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मियों के भी मारे जाने की खबर है। जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने शनिवार को नांगरहार प्रांत के डेह बाला जिले के पुलिस मुख्यालय पर हमला कर दिया था। इसके बाद भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई थी। सात आतंकियों के घायल होने की भी खबर है।