इमरान ने माना, पाकिस्तान में जबरन होता है धर्मातरण
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में छिड़ी सियासी जंग रोजाना एक नए रंग में दिख रही है। विपक्षी दल पीटीआइ के नेता इमरान खान जनता का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने जनता से वादा किया है कि अगर पाकिस्तान में उनकी सरकार बनी तो वे पाकिस्तान से पलायन करने वाले ¨हदुओं को वापस लेकर आएंगे। इमरान ने कहा कि 'मैं उम्मीद करता हूं
By Test1 Test1Edited By: Updated: Mon, 20 Oct 2014 06:14 PM (IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में छिड़ी सियासी जंग रोजाना एक नए रंग में दिख रही है। विपक्षी दल पीटीआइ के नेता इमरान खान जनता का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने जनता से वादा किया है कि अगर पाकिस्तान में उनकी सरकार बनी तो वे पाकिस्तान से पलायन करने वाले हिन्दुओं को वापस लेकर आएंगे।
इमरान ने कहा कि 'मैं उम्मीद करता हूं कि तकलीफों के कारण हिन्दू समुदाय के जिन लोगों को पलायन करना पड़ा, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सत्ता में आने पर उनकी वापसी होगी।' संसद के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने हिन्दुओं के जबरन धर्म परिवर्तन की भी बात की। उन्होंने कहा, 'मुझे इस बात की तकलीफ है कि हिन्दुओं और कलश समुदाय के लोगों को जबरन इस्लाम कुबूल कराया जा रहा है। यह हमारे धर्म की मूल भावना के खिलाफ है।' उन्होंने कहा कि मुस्लिमों ने अपने अच्छे आचरण से इस्लाम का विस्तार किया है, जबरन धर्मातरण से नहीं। देश में अल्पसंख्यकों को सुरक्षा, न्याय और समान अधिकार प्रदान किए जाएंगे। अपनी बातों को आधार देते हुए उन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना के सपनों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना का सपना था कि पाकिस्तान में हर समुदाय के लोग खुश रहें। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आते ही कमजोर को ताकत और सुरक्षा प्रदान की जाएगी। पार्टी ने संविधान पथ पर अल्पसंख्यक दिवस भी मनाया। इस कार्यक्रम में ईसाई, हिन्दू और सिख समुदाय के लोग शामिल थे।
नवाज की एक हां पाकिस्तान के हिन्दुओं की दिवाली में लगा देगी चार चांदपड़ोसी देश पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं ने आने वाले पर्व दिवाली का उत्साह बढ़ाने के लिए वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सामने एक विशेष मांग रखी है। पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं ने नवाज शरीफ के सामने दिवाली पर छुंट्टी की मांग की है। छुंट्टी के साथ ही वहां के हिन्दू यह भी चाहते हैं कि उन्हें बोनस भी मिले। हिन्दुओं की यह मांग अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के नेताओं ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सामने रख दी है। पाकिस्तान हिन्दू परिषद के प्रमुख और विधायक रमेश कुमार वंकवानी ने कहा कि दिवाली पर सार्वजनिक छुट्टी की घोषणा से अल्पसंख्यक समुदाय के मन से अलग-थलग पड़े होने की भावना कम होगी।