खतरे में कोणार्क मंदिर, हाईकोर्ट में याचिका दायर
कटक : कुछ दिन पहले हल्की बारिश के चलते विश्व प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर परिसर में पानी का जमा
कटक : कुछ दिन पहले हल्की बारिश के चलते विश्व प्रसिद्ध कोणार्क मंदिर परिसर में पानी का जमाव देखा गया था। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद जल निकासी अभी तक संभव नहीं हो पायी है। एएसआइ एवं राज्य सरकार की लापरवाही के चलते मंदिर में दरार पैदा हुई है जिसके चलते दिन ब दिन मंदिर पर खतरा मंडरा रहा है। विश्व के अजूबे के रूप में जाना जाने वाले कोणार्क मंदिर को खतरे से बचाने के लिए हाईकोर्ट में और एक जनहित याचिका दायर की गई है। अभिषेक दास द्वारा दायर इस जनहित याचिका में राज्य के प्रमुख शासन सचिव, पुरी जिलाधीश, पीकीडीए सचिव व एएसआइ सहित अन्य को पक्षकार बनाया गया है। आवेदनकारी ने अपनी याचिका में यह दर्शाया है कि अक्टूबर 2010 में बारिश के पानी का जमा हुआ था और उसके लेकर वकील दिलीप महापात्र की ओर से हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी जिसकी सुनवाई कर 24 घटे के अंदर मंदिर परिसर से जल निकासी का हाईकोर्ट ने पुरी के जिलाधीश को निर्देश दिया था। इसके बाद 22 नवंबर 2010 को हाईकोर्ट ने मामले को रफादफा कर दिया था। लेकिन कुछ दिन पहले चक्रवाती तूफान रुआनू के चलते हुई बारिश से मंदिर में पानी का जमा हो गया। इसी को देखते हुए यह मामला दायर किया गया है।