श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर व्यवस्था
उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध [हिमाचल प्रदेश] में 14 मार्च से 13 अप्रैल तक वार्षिक मेले लगेंगे। प्रबंधों की रूपरेखा तैयार करने के लिए मंदिर न्यास ने बैठक का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता उपायुक्त राजेंद्र सिंह ने की।
By Edited By: Updated: Mon, 27 Feb 2012 09:51 PM (IST)
बड़सर, जागरण संवाददाता। उत्तर भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध [हिमाचल प्रदेश] में 14 मार्च से 13 अप्रैल तक वार्षिक मेले लगेंगे। प्रबंधों की रूपरेखा तैयार करने के लिए मंदिर न्यास ने बैठक का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता उपायुक्त राजेंद्र सिंह ने की।
उन्होंने बताया कि मेलों के दौरान श्रद्धालुओं के मार्गदर्शन, खानपान, चिकित्सा, परिवहन, पेयजल आपूर्ति व कानून व्यवस्था का विशेष प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेलों के दौरान मंदिर परिसर व बड़सर उपमंडल में हथियार लेकर चलने व विस्फोटक पदार्थो पर प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा पॉलीथीन पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए सूचना पटल स्थापित किए जाएंगे। बैरियर से ऊपर जाने वाले सभी वाहनों को परमिट जारी किए जाएंगे। इन्हें वाहनों पर इस प्रकार प्रदर्शित करना होगा कि पुलिसकर्मियों को इन्हें चेक करने में दिक्कत न हो। यात्रियों की सुविधा व उन्हें जागरूक करने के लिए मेला अधिकारियों, सेक्टर अधिकारियों व कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी। मेले के दौरान पुरुष व महिला पुलिसकर्मी तथा होमगार्ड तैनात किए जाएंगे। मेले के लिए मंदिर परिसर व मंदिर क्षेत्र को चार सेक्टर में बांटा गया है। पहला सेक्टर पार्किंग से पुलिस बैरियर, दूसरा पुलिस बैरियर से लंगर भवन तथा अन्य मंदिर परिसर के भीतर बनाया जाएगा। इस दौरान चिकित्सा बूथ बनाया जाएगा जिसमें डॉ. व स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। प्रत्येक सेक्टर में पेयजल व विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था की जाएगी। दुकानों में अग्निशमन यंत्र लगाना अनिवार्य होगा। इसका निरीक्षण फायर अधिकारी करेंगे। इसके अलावा खाद्य निरीक्षक खाद्यान सामग्री का निरिक्षण करेंगे। मेला अवधि के दौरान तीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर