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नीली बत्ती की कार, इंस्पेक्टर की वर्दी और फिर करता था ठगी

नीली बत्ती की कार में फर्जी इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर लोगों से ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Wed, 15 Jun 2016 07:45 PM (IST)
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जागरण संवाददाता, अमृतसर । एसीपी ऋचा अग्निहोत्री ने डीजीपी का पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) बताने वाले फर्जी इंस्पेक्टर को बुधवार दोपहर गिरफ्तार किया है। आरोपी से नीली बत्ती वाली कार, एक फर्जी पहचान पत्र और इंस्पेक्टर की वर्दी बरामद कर धोखाधड़ी के आरोप में रामबाग थाने में केस दर्ज किया गया है।

एसीपी ऋचा ने बताया कि सूचना मिली थी कि गुमटाला के माहलां वाली गांव का गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी इंस्पेक्टर बनकर लोगों को ठग रहा है। उन्होंने पुलिस पार्टी के साथ सेलिब्रेशन मॉल के पास नाकाबंदी कर दी। इस दौरान एक नीली बत्ती लगी कार को रुकने का इशारा किया। आरोपी ने एसीपी को बताया कि वह डीजीपी का पीएसओ है और छुïट्टी पर अमृतसर आया है।

एसीपी ने उससे पहचान पत्र मांगा। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका जन्म 1992 का है और वह इंस्पेक्टर भर्ती हुआ है। एसीपी जानती थीं कि इस जन्म तारीख का कोई भी कैंडीडेट सीधा इंस्पेक्टर भर्ती नहीं हुआ है। लिहाजा पुलिस ने उसे दबोच लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि वह पिछले छह महीने से इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर सब इंस्पेक्टरों पर रौब जमा चुका है। वह सात युवकों को पुलिस में कांस्टेबल भर्ती करवाने के फार्म भरवा चुका है। आरोपी ने जालंधर के रामा मंडी से इंस्पेक्टर की वर्दी सिलवाई थी।

रामबाग थाना प्रभारी को तीन बार मिल चुका है आरोपी

रामबाग थाना प्रभारी जोगा सिंह को भी फर्जी इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह तीन बार मिल चुका है। आरोपी में इतना आत्मविश्वास था कि जोगा सिंह को एक बार भी संदेह नहीं हुआ कि वह फर्जी है।

मजीठा रोड थाने में मुंशियों को कई बार डांटा

आरोपी मजीठा रोड थाने में जाकर मुंशियों को कई बार धमका चुका है। आरोपी ज्यादातर थाना प्रभारी की गैर हाजरी में थाने में जाता था और मुंशी उसे एसएचओ की कुर्सी पर बैठाते थे।

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