'मुझे जहर देकर मार देंगे, आंसू बहाने से कोई फायदा नहीं...' अमृतपाल के वकील ने डिब्रूगढ़ जेल को लेकर किए कई खुलासे
डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के वकील ने पंजाब सरकार के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही कहा है कि अगर उसे कुछ होता है तो इसके लिए पंजाब के सीएम भगवंत मान जिम्मेदार होंगे। साथ ही कहा कि जेल में पंजाब के अधिकारी भी बिना रोक टोक के वहां पहुंच रहे हैं। उसे जहर देकर भी मारा जा सकता है।
हेमंत राजू, बरनाला। 'भाई अमृतपाल सिंह भूख हड़ताल पर हैं अगर उन्हें कुछ हुआ तो सीएम भगवंत मान जिम्मेदार होंगे...' ये बात डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह से मिलने गए उनके वकील पूर्व सांसद राजदेव सिंह खालसा ने कही है। पूर्व सांसद वरिष्ठ वकील राजदेव सिंह खालसा ने कहा कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके साथी असम की डिब्रूगढ़ जेल में 16 फरवरी से भूख हड़ताल पर हैं। अगर उनको या उनके किसी साथी को कुछ हुआ तो उसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ही जिम्मेदार होंगे।
उन्होंने कहा कि वे 19 फरवरी को उनसे जेल में मिल कर आए हैं। इस संबंध में उन्होंने डिब्रूगढ़ जेल अधीक्षक को एक लिखित पत्र भी दिया है, जिसमें उन्होंने यह भी संदेह जताया है कि पंजाब सरकार के अधिकारी उनकी जेल में बिना रोक टोक आते हैं और मेरी कोठरी में भी आते हैं, वे मुझे जहर देकर मार भी सकते हैं। उन्होंने जेल में मेरी बैरक में भी कैमरे लगवाए थे और ये कैमरे दूसरे सिंहों की बैरक में भी लगाए गए थे।
भगवंत मान मुझे जेल में मारना चाहते हैं- अमृतपाल
ये कैमरे हमने जेलर को सौंप दिए है व उन्होंने इसे ले भी लिया हैं। इस विरोध में हम भूख हड़ताल पर हैं। एक कैदी सिंह बसंत सिंह ने पानी भी त्याग दिया है, जिससे उनकी हालत काफी गंभीर है। भगवंत मान उन्हें जेल में मारना चाहते हैं।
मीटिंग के दौरान अमृतपाल सिंह ने मुझसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने को कहा कहा था और ये भी कहा था कि मैं सिखों तक अपना संदेश पहुंचा दूं कि उन्हें संघर्ष के लिए उठ खड़ा होना चाहिए। अगर मैं शहीद हो गया तो आंसू बहाने से कोई फायदा नहीं, मैं मरने से नहीं डरता, बल्कि अपनी पंजाब की धरती पर शहादत देना चाहता हूं। इसलिए हमें पंजाब की जेल में भेजा जाए।
अगर मैं शहीद हो गया तो आंसू बहाने से कोई फायदा नहीं
अमृतपाल सिंह, खालिस्तान समर्थक
उन्होंने कहा कि अगर किसी सिंह को कुछ होता है तो उसके लिए न तो केंद्र सरकार जिम्मेदार है और न ही पंजाब सरकार, केवल मुख्यमंत्री भगवंत मान ही व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे। इस मौके पर एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा के पीए अवतार सिंह संधू भी मौजूद थे।