पंजाब में भी बिहार की तरह घोटाला, स्कूटर व स्कूटी से ढो डाला 196 टन गेहूं
पंजाब में बिहार के चारा घोटाले की तरह का ही घपला सामने आया है। राज्य के बरनाला जिले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में करीब 196 टन गेहूं की ढ़ुलाई स्कूटर व स्कूटी पर हो गई।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Sun, 10 Jul 2016 12:01 PM (IST)
बरनाला, [ हरिंदर पाल निक्का]। पंजाब में भी बिहार के चारा घोटाला जैसा घपला हुआ है। यह कारनामा किया है खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने। विभाग ने बरनाला में स्कूटर व स्कूटी से डिपो होल्डरों तक 196 टन गेहूं पहुंचा दिया। इसका खुलासा आरटीआइ के तहत मांगी गई सूचना के तहत हुआ है। वर्ष 2015 में सरकार की ओर से गरीबों को नीले कार्ड के माध्यम से सस्ती दर पर मुहैया करवाए जाने वाले गेहूं की आपूर्ति के लिए फूड सप्लाई अधिकारियों ने इन्हीं वाहनों का उपयोग किया है।
पंजाब विजिलेंस से घोटाले की शिकायत, जांच शुरू, आरटीआइ के तहत मिली जानकारी आरटीआइ कार्यकर्ता रजिंदर कुमार गुप्ता के मुताबिक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने बताया है कि बरनाला और तपा को पंजाब डेवलपमेंट स्कीम के तहत वर्ष 2014-15 में करीब 83 टन गेहूं की ढुलाई खर्च 1.23 लाख रुपये व गेहूं की कीमत सवा करोड़ रुपये थी। इसी तरह महल कलां को करीब 113 टन गेहूं की आपूर्ति पर 4.41 लाख रुपये अदा किए गए।पढ़ें : फेसबुक पर दोस्ती बनी मुसीबत, महिला दो माह में तीन बार अगवा
गेहूं ढुलाई में आमतौर पर मालवाहक वाहनों का प्रयोग होता है पर पता चला कि गेहूं की ढुलाई एक्टिवा, स्कूटी, स्कूटर और क्रेन से की गई है। इसकी शिकायत विजिलेंस से की गई है। विजिलेंस के डीएसपी राजेश मट्टू ने कहा कि शिकायत की जांच गंभीरता से की जाएगी।
गेहूं ढुलाई में आमतौर पर मालवाहक वाहनों का प्रयोग होता है पर पता चला कि गेहूं की ढुलाई एक्टिवा, स्कूटी, स्कूटर और क्रेन से की गई है। इसकी शिकायत विजिलेंस से की गई है। विजिलेंस के डीएसपी राजेश मट्टू ने कहा कि शिकायत की जांच गंभीरता से की जाएगी।
पढ़ें : आप विधायक नरेश यादव के खिलाफ मिले पुख्ता सुबूत, होंगे गिरफ्तार उन्होंने बताया कि दो हजार फर्जी नीले कार्ड बनाकर की हेराफेरी फूड सप्लाई विभाग के तीन अधिकारी व शहर के चार डिपो होल्डरों पर शिकंजा कसने की कवायद शुरू हो चुकी है। प्राथमिक जांच में इनके नाम सामने आ रहे हैं। आरोपियों ने दो हजार फर्जी नीले कार्ड बनाकर हेराफेरी को अंजाम दिया है।
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