सीएम कैंडिडेट बनाना तो दूर सिद्धू को विस चुनाव में टिकट भी नहीं देगी 'आप'
नवजोत सिंह सिद्धू काे लेकर आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई में हलचल तेज है। चर्चा थी कि सिद्धू आप के सीएम कैंडिडेट हाेंगे, अब कहा जा रहा है कि उन्हें विस चुनाव टिकट भी नहीं मिलेगा।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Fri, 22 Jul 2016 07:46 PM (IST)
चंडीगढ़, [जेएनएन]। भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह चुके पूर्व किक्रेटर नवजोत सिंह सिद्धू के लिए आम आदमी पार्टी (आप) की राह भी आसान नहीं लग रही है। कहां यह चर्चा हो रही थी कि सिद्धू को आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर सीएम कैंडिडेट बनाने की चर्चा हाे रही थी और अब पार्टी के नेता उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट तक नहीं देने की बात कर रहे हैं। 'आप' की पंजाब इकाई के नेताओं की बयानबाजी पूरे मामले में नया ट्विस्ट पैदा कर रही है।
आपराधिक मामले के कारण सिद्धू को चुनाव नहीं लड़ाएगी आप आप के पंजाब कन्वीनर छोटे सिंह सुच्चापुर ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को अपना उम्मीदवार नहीं बनाएगी क्योंकि वह एक आपराधिक मामले में दोषी रहे हैैं। दूसरी ओर, कांग्रेस नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी को लेकर अभी 'वेट एंड वाच' की नीति अपनाए हुए है। सिद्धू संपर्क करते हैैं तो उन्हें पार्टी की नीतियों के अनुसार ही चलना होगा : छोटेपुर
आम आदमी पार्टी के पंजाब के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कहा है कि सिद्धू आपराधिक मामले में जेल जा चुके हैं। अरविंद केजरीवाल पहले ही स्पष्ट कर चुके हैैं कि आपराधिक छवि वाले व्यक्ति को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा इसलिए पार्टी उन्हें विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बना सकती।पढ़ें : शिअद बोली, फर्जी फोन काल से पंजाबियों को डरा-धमका रहे केजरीवाल
छोटेपुर ने कहा कि राज्यसभा और भाजपा से इस्तीफा देना नवजोत सिंह सिद्धू का अच्छा कदम है। सिद्धू ऊर्जावान और ईमानदार इंसान हैं। सिद्धू व उनकी पत्नी अगर आम आदमी पार्टी में शामिल होते हैं, तो उनका स्वागत है। अगर सिद्धू संपर्क करते हैं तो उन्हें पार्टी की नीतियों के अनुसार ही चलना होगा।
छोटेपुर ने कहा कि राज्यसभा और भाजपा से इस्तीफा देना नवजोत सिंह सिद्धू का अच्छा कदम है। सिद्धू ऊर्जावान और ईमानदार इंसान हैं। सिद्धू व उनकी पत्नी अगर आम आदमी पार्टी में शामिल होते हैं, तो उनका स्वागत है। अगर सिद्धू संपर्क करते हैं तो उन्हें पार्टी की नीतियों के अनुसार ही चलना होगा।
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संजय सिंह बोले, सिद्धू के सहयोग से लगाएंगे शतक दूसरी ओर, पटियाला में 'आप' के पंजाब प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि पार्टी विधानसभा चुनाव में सिद्धू के सहयोग से सीटों का शतक लगाएगी, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि सिद्धू चुनाव लड़ेंगे या नहीं।जल्द बिना शर्त आप में शामिल होंगे सिद्धू : संधू उधर, 'आप' की चुनाव घोषणापत्र कमेटी के प्रमुख कंवर संधू ने कहा है कि सिद्धू जल्द ही बिना शर्त पार्टी में शामिल होंगे। संधू ने कहा कि यह फैसला सिद्धू ही करेंगे कि वह कब इसकी घोषणा करते हैं। इस बात की जानकारी नहीं है कि सिद्धू चंडीगढ़ में यह एेलान करेंगे या दिल्ली में। इतना तय है कि सिद्धू खुद प्रेस कांफेंस में इसकी घोषणा करेंगे।पढ़ें : अचानक घर में घुसी नशे में धुत्त अनजान युवती और फिर जो हुआ सबने देखा सिद्धू को सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर संधू ने कहा कि सिद्धू ने आप में शामिल होने की कोई शर्त नहीं रखी है। पार्टी यह तय करेगी कि उन्हें क्या जिम्मेदारी सौंपी जाए।
क्या था सिद्धू पर मामला 1988 में पटियाला में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में नवजोत सिंह सिद्धू का गुरनाम सिंह नामक व्यक्ति से झगड़ा हो गया था। इसमें गुरनाम की बाद में मौत हो गई थी। इस मामल में उन्हें गैरइरादतन हत्या के मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराए जा चुके हैं। पटियाला कोर्ट से उन्हें सजा हो चुकी है। बाद में सुप्रीम कोर्ट से सजा निलंबित हो गई। अदालत ने कहा कि यदि फिर इस तरह की घटना में सिद्धू लिप्त पाए गए तो यह सजा लागू हो जाएगी।
सिद्धू दंपती को लेकर 'आप' करवा रही सर्वे दूसरी आेर, सिद्धू दंपती को पार्टी में शामिल किए जाने को लेकर आम आम पार्टी ने विभिन्न अग्रणी संगठनों, वरिष्ठ नेताओं व आम लोगों की राय जानने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। इसमें यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उनके आने से पार्टी कितनी मजबूत होगी। दोनों पार्टी के लिए कितने प्रभावशाली साबित होंगे।कांग्रेस भी अभी वेट एंड वाच की स्थिति में
उधर, सिद्धू को न्योता दे चुकी कांग्रेस फिलहाल वेट एंड वाच की स्थिति में है। वह अभी कोई पहल करने के मूड में नहीं है। कांग्रेस में यह चिंता भी है कि अगर सिद्धू 'आप' में जाते हैं, तो उन्हें अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ेगा। बताया जाता है कि बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पंजाब के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक में भी सिद्धू को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। इस बैठक में न तो राहुल गांधी ने इस संबंध में कोई रुचि दिखाई और न ही कैप्टन अमरिंदर ने इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा सिद्धू को भी पता चल गया हैं कि अरविंद केजरीवाल ने उन्हें पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की बात कही थी, लेकिन बाद में मुकर गए। इससे उनकी असलियत खुल गई है। अगर सिद्धू कांग्रेस में आते हैं, तो उनका स्वागत है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।संजय सिंह बोले, सिद्धू के सहयोग से लगाएंगे शतक दूसरी ओर, पटियाला में 'आप' के पंजाब प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि पार्टी विधानसभा चुनाव में सिद्धू के सहयोग से सीटों का शतक लगाएगी, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि सिद्धू चुनाव लड़ेंगे या नहीं।जल्द बिना शर्त आप में शामिल होंगे सिद्धू : संधू उधर, 'आप' की चुनाव घोषणापत्र कमेटी के प्रमुख कंवर संधू ने कहा है कि सिद्धू जल्द ही बिना शर्त पार्टी में शामिल होंगे। संधू ने कहा कि यह फैसला सिद्धू ही करेंगे कि वह कब इसकी घोषणा करते हैं। इस बात की जानकारी नहीं है कि सिद्धू चंडीगढ़ में यह एेलान करेंगे या दिल्ली में। इतना तय है कि सिद्धू खुद प्रेस कांफेंस में इसकी घोषणा करेंगे।पढ़ें : अचानक घर में घुसी नशे में धुत्त अनजान युवती और फिर जो हुआ सबने देखा सिद्धू को सीएम पद का उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर संधू ने कहा कि सिद्धू ने आप में शामिल होने की कोई शर्त नहीं रखी है। पार्टी यह तय करेगी कि उन्हें क्या जिम्मेदारी सौंपी जाए।
क्या था सिद्धू पर मामला 1988 में पटियाला में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में नवजोत सिंह सिद्धू का गुरनाम सिंह नामक व्यक्ति से झगड़ा हो गया था। इसमें गुरनाम की बाद में मौत हो गई थी। इस मामल में उन्हें गैरइरादतन हत्या के मामले में अदालत द्वारा दोषी ठहराए जा चुके हैं। पटियाला कोर्ट से उन्हें सजा हो चुकी है। बाद में सुप्रीम कोर्ट से सजा निलंबित हो गई। अदालत ने कहा कि यदि फिर इस तरह की घटना में सिद्धू लिप्त पाए गए तो यह सजा लागू हो जाएगी।
सिद्धू दंपती को लेकर 'आप' करवा रही सर्वे दूसरी आेर, सिद्धू दंपती को पार्टी में शामिल किए जाने को लेकर आम आम पार्टी ने विभिन्न अग्रणी संगठनों, वरिष्ठ नेताओं व आम लोगों की राय जानने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। इसमें यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उनके आने से पार्टी कितनी मजबूत होगी। दोनों पार्टी के लिए कितने प्रभावशाली साबित होंगे।कांग्रेस भी अभी वेट एंड वाच की स्थिति में
उधर, सिद्धू को न्योता दे चुकी कांग्रेस फिलहाल वेट एंड वाच की स्थिति में है। वह अभी कोई पहल करने के मूड में नहीं है। कांग्रेस में यह चिंता भी है कि अगर सिद्धू 'आप' में जाते हैं, तो उन्हें अपनी रणनीति में बदलाव करना पड़ेगा। बताया जाता है कि बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पंजाब के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक में भी सिद्धू को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। इस बैठक में न तो राहुल गांधी ने इस संबंध में कोई रुचि दिखाई और न ही कैप्टन अमरिंदर ने इस पर चर्चा की। उन्होंने कहा सिद्धू को भी पता चल गया हैं कि अरविंद केजरीवाल ने उन्हें पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने की बात कही थी, लेकिन बाद में मुकर गए। इससे उनकी असलियत खुल गई है। अगर सिद्धू कांग्रेस में आते हैं, तो उनका स्वागत है।