डेरा हिंसा में अब भी 'झुलस' रहे हजारों रेल यात्री, बठिंडा-सिरसा रूट बंद
डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार देने के बाद हुई हिंसा के कारण बठिंडा-सिरसा रूट पर ट्रेनों का आवागमन अब तक बंद है। इससे राेज हजारों यात्रियों काे परेशानी हाे रही है।
जेएनएन, बठिंडा। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को साध्वियो से दुष्कर्म मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद हिंसा के बाद से बठिंडा-सिरसा रूट पर ट्रेनों को अावागमन बंद है। सुरक्षा के मद्देनजर इस रूट की सभी ट्रेनें 17 दिनों से बंद हैं। हिंसा के बाद से बढ़े तनाव के कारण अब तक ट्रेन न शुरू होने से इस रूट पर सफर करने वाले हजारों यात्रियों परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
23 अगस्त से बंद हैं सिरसा-रेवाड़ी रूट की सभी ट्रेनें, प्रतिदिन हजारों यात्रियों को हो रही है परेशानी
बठिंडा-सिरसा रूट की सभी आठ ट्रेनें 23 अगस्त से बंद हैं। रेलवे के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक प्रतिदिन करीब 15 से 20 हजार यात्री यहां से ट्रेनों में में सफर करते हैं। बताया जा रहा है कि रेलवे की ओर से 10 सितंबर तक फिलहाल इन गाडिय़ों को बंद रखने के निर्देश हैं। सूत्रों के मुताबिक सिरसा-रेवाड़ी रूट के रेल यात्रियों की समस्या 16 सितंबर तक जारी रह सकती हैं।
16 सितंबर को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख की पत्रकार की हत्या के मामले में सुनवाई है। हरियाणा सरकार को इस मामले में भी अदालत का फैसला आने के बाद माहौल खराब होने की आशंका है। इस कारण रेलवे की ओर से बठिंडा-सिरसा रूट पर चलने वाली ट्रेनों के लिए सुरक्षा मांगने पर हरियाणा सरकार ने इसकी हामी नहीं भरी थी।
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बठिंडा से रेवाड़ी जाने वाली किसान एक्सप्रेस और फाजिल्का-रेवाड़ी एक्सप्रेस ट्रेनों में खासतौर पर खासी भीड़ रहती है। इसके अलावा इस रूट पर चलने वाली गंगानगर-रिवाड़ी एक्सप्रेस, अजमेर-अमृतसर एक्सप्रेस और बङ्क्षठडा-रिवाड़ी पैसेंजर गाडिय़ों के भी रद होने से रेल यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हिसार तक चलाई जा रही ट्रेनें
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जो गाडिय़ां रेवाड़ी से बठिंडा की ओर आती थीं, उन्हें हिसार तक ही चलाया जा रहा है। जबकि बठिंडा से होकर रेवाड़ी जाने वाली सभी गाडिय़ों को बंद रखा गया है।
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