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Coronavirus संक्रमण के लिए AC की हवा खतरनाक, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी

सरकार ने स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों दुकानों प्रतिष्ठानों में एसी चलाने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Tue, 28 Apr 2020 12:52 PM (IST)
Coronavirus संक्रमण के लिए AC की हवा खतरनाक, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
जेएनएन, चंडीगढ़। एयर कंडीशनरों (AC) के प्रयोग संबंधी शंकाओं को दूर करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस के दौरान स्वास्थ्य संस्थाओं, रिहायशी, व्यापारिक स्थानों में एयर कंडीशनरों (एसी) के प्रयोग संबंधी विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए हैं। विभाग ने कहा है कि आइसोलेशन वार्ड में सेंट्रल एसी नहीं होना चाहिए।

विभाग का कहना है कि एसी एक कमरे के बीच की हवा को घुमाकर (री-सर्कुलेट) दोबारा ठंडा करने के नियम पर काम करता है, इसलिए मौजूदा Coronavirus COVID-19 की स्थिति में कुछ चिंताजनक शंकाएं सामने आ रही हैं। एसी के मॉल, दफ्तर, अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्रों आदि में प्रयोग से स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।

संक्रमण फैलने की आशंका स्वास्थ्य संस्थाओं खासकर कोविड-19 वार्डों या आइसोलेशन सेंटरों में ज्यादा होती है, इसलिए यह सिफारिश की गई है कि इन क्षेत्रों में बाकी अस्पताल या बिल्डिंग की अपेक्षा एयर कंडीशनिंग सिस्टम अलग हो जिससे संभावित संक्रमित हवा या छींटों को फैलने से रोका जा सके।

विभाग ने कहा है कि कुछ स्थानों पर जहां अलग एयर कंडीशनिंग नहीं की जा सकती वहां उपयुक्त तकनीक के इस्तेमाल से संक्रमण के खतरे को टाला जा सकता है। क्वारंटाइन सेंटर हवादार होने के साथ नेगेटिव या न्यूूट्रल प्रेशर पर मेंटेन होने चाहिए। व्यापारिक और औद्योगिक स्थानों के लिए कोविड-19 के खतरे के हवा में फैलाव को कम से कम रखने के लिए ज़रूरी है कि अंदरूनी वातावरण में अधिक से अधिक बाहरी हवा आनी चाहिए। 

घरों में AC चलाना है तो इसका रखें ध्यान

कमरे की खिड़की को थोड़ा खुला रखा जाए एसी द्वारा कमरे में बार-बार घूमने वाली हवा में बाहरी ताजी हवा का मेल जरूरी है। इसके लिए खिड़की को थोड़ा खोलकर रखा जा सकता है, ताकि कुदरती हवा कमरे में दाखिल हो सके और बंद हवा को बाहर निकलने का रास्ता मिल सके। कमरे का तापमान 24 से 27 डिग्री सेल्सियस में सेट किया जाए। एसी की समय-समय पर सर्विस करवाई जाए, ताकि फिल्टर साफ रहें। ज्यादा लोगों वाले कमरों में हवा बाहर निकालने वाला पंखा लगाया जा सकता है, जिसके साथ कमरों में नेगेटिव प्रेशर बने और ताजी हवा का चलन हो सके।

एयर कूलरों को रोगामुक्त करने के लिए इन्हें समय समय पर साफ किया जाए। पानी वाले टैंक को खाली करके किसी साफ कपड़े, स्पंज व गर्म पानी से साफ किया जाए। इसके अलावा टैंक को हल्के साबुन वाले पानी का इस्तेमाल करने के बाद साफ व ताजे पानी के साथ धोया जा सकता है।

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