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पंजाब कांग्रेस में घमासान: कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज मंत्री व विधायकों की चन्नी के घर बैठक, उठे बगावती सुर

पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चल रहे मंत्रियों व विधायकों की बैठक चंडीगढ़ में मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के घर पर हुई। पंजाब कांग्रेस में इन दिनों घमासान मना हुआ है। पार्टी में धड़ेबंदी चल रही है।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Wed, 19 May 2021 07:36 AM (IST)
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पंजाब कांग्रेस में घमासान । सांकेतिक फोटो
जेएनएन, चंडीगढ़। कांग्रेस में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। तकनीकी शिक्षा मंत्री के खिलाफ मी-टू वाला केस तीन साल बाद फिर से बाहर आने को लेकर आज उनके आवास पर कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चल रहे सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक परगट सिंह और राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा की मीटिंग हुई, जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी पर कार्रवाई करने वाले मामले में आवाज उठाने वालों के खिलाफ जांच बिठाकर उनको डराने की कोशिश करने की आलोचना की गई।

हरीश रावत भी सक्रिय

मी-टू केस को लेकर तकनीकी शिक्षा मंत्री चरनजीत चन्नी के खिलाफ मी-टू वाला केस फिर से खोलने संबंधी महिला आयोग की चेयरपर्सन के बयान पर आज उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस करने की तैयारी की थी, लेकिन पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। चन्नी पर दबाव बनाने के लिए उन्होंने सुखजिंदर रंधावा, परगट सिंह और प्रताप सिंह बाजवा को फोन करके चन्नी को रोकने के लिए कहा, इसीलिए चन्नी के आवास पर आज यह बैठक बुलाई गई।

हरीश रावत ने परगट सिंह को भी रावत ने धैर्य रखने को कहा है। कहा कि वह जल्द ही पंजाब आकर इस मामले को हल करेंगे। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही कांग्रेस के सभी विधायकों के साथ बैठक करके फीडबैक लेंगे।  सुबह से ही कांग्रेसी नेताओं में बैठकों का दौर शुरू हो गया। प्रताप सिंह बाजवा के राज्य सभा सदस्य और शिरोमिण अकाली दल संयुक्त के प्रधान सुखदेव सिंह ढींडसा के बीच हुई बैठक के तुरंत बाद ही बाजवा का चन्नी के अवास पर कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक करना कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे गया। हालांकि बाजवा ने कहा कि ढींडसा उनके पुराने मित्र हैं इसलिए वे अक्सर उनसे मिलने के लिए जाते रहते हैं।

इसी तरह की एक अन्य बैठक परगट सिंह और स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा के बीच हुई। परगट सिंह ने मीटिंग की तो पुष्टि की है, लेकिन कहा कि वह उनसे निजी काम से मिलने गए थे। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि अगर वह अकेले पर रह गए तो भी गुरु साहिब की बेअदबी करने वालों के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं तो शुरू से ही अपनी सरकार से यह कहता आ रहा हूं कि बेअदबी करने वालों को सलाखों के पीछे फेंका जाए, लेकिन हम तो अपने ही मंत्रियों पर केस डालकर उन्हें डराने में लग गए हैं।

रंधावा ने कहा कि मैं जांच से नहीं डरता और न ही जेल जाने से डरता हूं, जेल इंसानों के लिए बनी हैं न कि पशुओं के लिए। जिन के खिलाफ विजिलेंस के केस खोलने के वादे करके आए हैं यदि उनके बजाय, पार्टी मेरे खिलाफ ही जांच करनी शुरू कर देगी तो मैं उसके लिए भी तैयार हूं।

मीटिंग में शामिल परगट सिंह ने कहा कि चरनजीत चन्नी के खिलाफ तीन साल पहले हुए केस को लेकर संवैधानिक पद पर बैठी महिला आयोग की चेयरपर्सन को यह कहना शोभा नहीं देता कि वह भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगी। उन्हें अपने पद की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए।

प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि जिनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए उनके खिलाफ तो कोई कार्रवाई सरकार कर नहीं रही है बल्कि जो नेता कार्रवाई करने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं सरकार उनके खिलाफ ही हो गई है। यह किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं है।

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