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मालेरकोटला पर योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी पर बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह- पंजाब के मामले में दखल न दें यूपी के सीएम

पंजाब में मालेकोटला को जिला बनाने की घोषणा पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे मजहब के नाम पर विभाजन की बात कही। इस पर पंजाब के सीएम ने नाराजगी जताई कहा कि वह पंजाब के मामलों में दखल न दें।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Sat, 15 May 2021 09:44 PM (IST)
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योगी आदित्यनाथ व कैप्टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो।
जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उस टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में मालेरकोटला को ईद के मौके पर धर्म के आधार पर जिला बनाना कांग्रेस की बंटवारे की नीति है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ पंजाब का मामलों में अनावश्यक टिप्पणी न करें। 

कैप्टन ने कहा कि ऐसी टिप्पणी से पंजाब के सांप्रदायिक सौहार्द्र के माहौल को खराब करना है। कहा कि सबको पता है कि सांप्रदायिक रूप से विभाजनकारी नीतियां किसकी है। कैप्टन ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को सलाह दी कि वह कोविड से अपने लोगों को बचाने की तरफ ध्यान दें, जहां शवों को नदियों में फेंका जा रहा है। उन्हें मौत में भी गरिमा से वंचित किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें: पंजाब में मलेरकोटला को जिला बनाने पर सीएम योगी आदित्यनाथ का कांग्रेस पर हमला

बता दें, इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कैप्टन सरकार द्वारा ईद के दिन मालेरकोटला को 23वां जिला घोषित करने पर टिप्पणी की थी। कहा कि यह कांग्रेस की बंटवारे की नीति है। इस काम योगी ने भारत के संविधान के विपरीत भी बताया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मत और मजहब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है। इस समय, मलेरकोटला (पंजाब) का गठन किया जाना कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि योगी अदित्यानाथ को पंजाब के मामलों से दूर ही रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब में उतर प्रदेश के मुकाबले बहुत बेहतर महौल है। कैप्टन ने कहा कि क्या वह (योगी अदित्यानाथ) पंजाब के सिद्धांतों या मलेरकोटला के इतिहास बारे में जानते हैं, जिसका सिख पंथ और गुरू साहिबान के साथ रिश्ता हरेक पंजाबी जानता है।

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