हाई कोर्ट ने कहा, अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू नहीं करनी हैैं तो एयरपोर्ट पर ताला लगवा दें
चंडीगढ़ एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू न होने पर हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। कहा कि चंडीगढ़ से भेदभाव गलत है।
चंडीगढ़ (दयानंद शर्मा)। लंबा समय बीत जाने के बाद भी चंडीगढ़ एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू न होने पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने नाराजगी जताई है। हाई कोर्ट ने कहा कि यदि दिल्ली से ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रखनी हैं और चंडीगढ़ से भेदभाव करना है तो हम चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ताला लगवा देते हैैं। केंद्र सरकार ने इस पर कहा कि चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू करने के लिए सरकार हर स्तर पर काम कर रही है और जो भी मंजूरियां मांगी जाएंगी उन्हें 48 घंटे के भीतर मुहैया करवा दिया जाएगा।
इंडिगो एयरलाइंस ने वीरवार को हाई कोर्ट को बताया कि कंपनी की योजना है कि 15 सितंबर से पहले वह इंटरनेशनल उड़ान शुरू कर दे। हालांकि कंपनी ने कहा कि उन्होंने एयरपोर्ट में स्लॉट मुहैया करवाने के लिए आवेदन किया था जो अभी भी लंबित है। इस पर्र केंद्र सरकार ने साफ कर दिया कि सभी तरह की क्लीयरेंस दी जा चुकी है और यदि फिर भी कुछ रहता है तो इंडिगो उसे सौंपे और केंद्र सरकार मंजूरी 48 घंटे के भीतर दे देगी।
इंडिगो ने कहा कि जिस दिन उन्हें मंजूरी मिल जाएगी उसके 10 दिन के भीतर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए शिड्यूल जारी कर देंगे। इस बीच, इंडियन एयरलाइंस की ओर से हलफनामा सौंपते हुए उनके द्वारा इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई। इस पर आपत्ति जताते हुए याचिकाकर्ता मोहाली इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन ने कहा कि पिछले आदेशों के अनुरूप एयर इंडिया को कनेक्टिंग फ्लाइट्स का संशोधित शिड्यूल जारी करना था जो किया नहीं गया है।
पढ़ें : सावधान ! पंजाब पुलिस की भर्ती में अब होगा डोप टेस्टहाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई को बुधवार तक टालते हुए केंद्र सरकार से इंडिगो को मंजूरी देने, कैट 3 और रिर्फेसिंग पर तकनीकी विशेषज्ञों की राय मुहैया करवाने, एयर इंडिया को कनेक्टिंग फ्लाइट्स का शिड्यूल सौंपने तथा एयर इंडिया एक्सप्रेस को इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू करने की तारीख सौंपने के आदेश दिए हैं।
हाई कोर्ट ने कहा कि गत वर्ष सितंबर 2015 में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था। अभी तक यहां उड़ानें शुरू नहीं हुई हैैं। जस्टिस एसएस सरों ने कहा कि इस एयरपोर्ट को शुरू करने में उनकी कोई निजी दिलचस्पी नहीं है। यह मुद्दा लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है ऐसे में इसे यूं ही नहीं छोड़ सकते हैं। कोर्ट ने कहा कि कम से कम प्रधानमंत्री का सम्मान रखने के लिए ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू हो जाने दो।
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