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पंजाब में अरविंद केजरीवाल खुद संभालेंगे विस चुनाव अभियान की कमान

अर‍विंद केजरीवाल पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधानसभा चुनाव अभियान की कमान अब खुद कमान संभालेंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Fri, 12 Aug 2016 04:45 PM (IST)
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चंड़ीगढ़, [वेब डेस्क]। पंजाब में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ने के साथ ही आम आदमी पार्टी भी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल राज्य में पार्टी के चुनाव अभियान की कमान खुद संभालेंगे। पार्टी को उम्मीद है कि दिल्ली के बाद अब वह पंजाब में भी सत्ता पर काबिज हो सकती है। केजरीवाल ने पंजाब, गुजरात और गाेवा में अगले साल होनेवाले विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को राज्य प्रभारियों की घोषणा की।

बता देें कि पिछले दिनों पंजाब में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद पार्टी नेताओं में विवाद छिड़ गया था। सांसद भगवंत मान और राज्य में पार्टी के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर आमने-सामने आ गए थे।

छोटेपुर ने तो उम्मीदवारों की सूची पर सवाल उठा दिए थे। इसके बाद सांसद मान ने उन्हें मर्यादा में रहने की नसीहत दी थी। बताया जाता है कि ऐसे में हिमाचल प्रदेश में विपश्यना केंद्र लौटते ही पंजाब में चुनाव अभियान की कमान खुद संभालने का फैसला किया। इससे राज्य में पार्टी के नेताओं को किसी विवाद से दूर रहकर चुनाव अभियान में जुटने का संदेश मिलेगा।

सिद्धू आप में शामिल हुए तो होंगे स्टार प्रचारक

केजरीवाल के इस कदम को नवजोत सिंह सिद्धू को पार्टी मे शामिल कराने के मद्देनजर भी देखा जा रहा है। सिद्धू को लेकर पिछले दिनों पंजाब के कुछ आप नेताअाें की बयानबाजी के कारण संशय की स्थिति पैदा हुई थी। बहरहाल, समझा जाा है कि 15 अगस्त को सिद्धू अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। यह भी बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू यदि आप में शामिल होते हैं तो वह पार्टी के स्टार प्रचारक होंगे।

केजरीवाल वीरवार को हिमाचल प्रदेश के विपश्यना केंद्र से लौटे हैं अौर वहां से आते ही वह पंजाब, गुजरात और गोवा में होने वाल विधानसभा चुनाव के लिए जोरशोर से जुट गए हैं। 'आप' के सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार को वहां से लौटकर आने के बाद केजरीवाल ने गुजरात, गोवा और पंजाब में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राज्यों के प्रभारी नियुक्त कर दिए।

बताया जाता हे कि मनीष सिसोदिया औऱ सतेंद्र जैन को गोवा का प्रभार दिया गया है। दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा और आप नेता आशुतोष को गुजरात का प्रभार दिया गया है। काफी पहले संजय सिंह काे आप का पंजाब प्रभारी नियुक्त किया जा चुका है, लेकिन राज्य में चुनाव अभियान की कमान अरविंद केजरीवाल खुद संभालेंगे।

प्रभारी नियुक्त करने के साथ कुछ योजनाएं भी बनाई गई हैं। इस बाबत सितंबर में गोवा में रैली की जाएगी, जिसमें मनीष सिसोदिया औऱ सतेंद्र जैन शामिल होंगे। वहीं केजरीवाल और आशुतोष अक्टूबर में रैली करेंगे।

इस जिम्मेदारी के बंटवारे के साथ ही केजरीवाल ने इन सभी नेताओं को सितंबर के पहले हफ्ते से काम पर लग जाने का निर्देश दिया है। रणनीति के तहत जिन नेताओं को जिस राज्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है वे हर महीने 10-15 दिन संबंधित राज्य में बिताएंगे।

सितंबर महीनों से इन राज्यों में चुनावी सभाओं में दौर शुरू हो जाएगा। पार्टी की रणनीति के तहत गोवा में मनीष सिसोदिया शिक्षा क्रांति के साथ भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे। उसी तरह सत्येंद्र जैन स्वास्थ्य, मुफ्त मेडिकल सेवा और मोहल्ला क्लिनिक जैसे मुद्दों पर जोर देंगे।

गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल ने हिमाचल प्रदेश के धर्मकोट में ध्यान का 10 दिवसीय सत्र पूरा करने के बाद वीरवार को कहा कि अब वह खुद को ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं और राजनीति की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। आम आदमी पार्टी (आप) नेता का यह ध्यान सत्र 2 अगस्त को शुरू हुआ था। ध्यान केंद्र में इस दौरान उन्हें किसी से मिलने, अखबार पढ़ने या टेलीफोन का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं थी।

केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'मैं अब बेहद शांति और खुद को ऊर्जावान महसूस कर रहा हूं। विपश्यना से मुझे निश्चित तौर पर आगे आने वाली चुनौतियों से लड़ने में मदद मिलेगी।' दूसरी ओर पत्रकारों से बातचीत में केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी के प्रशासनिक मामलों में उपराज्यपाल को प्रधानता दिए जाने के उच्च न्यायालय के फैसले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा, 'मैं अभी विपश्यना केंद्र से आया हूं, इसलिए मेरे पास इसकी कोई जानकारी नहीं है। इस पर टिप्पणी करने से पहले मैं कोर्ट का आदेश पढूंगा।' केजरीवाल ने पंजाब की राजनीति पर भी टिप्पणी करने से इनकार भी कर दिया।



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