पंजाब के किसानों ने शंभू बार्डर पर बैरिकेड्स तोड़े, आंसू गैस के गोले दागे गए, ट्रैक्टर-ट्रालियों में आगे बढ़े
पंजाब-हरियाणा बार्डर पर किसानों को रोकने की कोशिशें सफल नहीं हुई हैं। शंभू बार्डर सहित कई जगहों पर बेरिकेट्स को हटाकर किसान आगे बढ़ गए हैं। शंभू बार्डर पर किसानों को रोकने के लिए पानी की बौछार की गई और आंसू गैस के गोले छोड़े गए।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Thu, 26 Nov 2020 12:34 PM (IST)
चंडीगढ़/संगरूर/पटियाला, जेएनएन। दिल्ली जाने पर पंजाब के किसानों पर पंजाब-हरियाणा के शंभू बार्डर पर पुलिस द्वारा लगाए गए बेरिकेट्स तोड़ दिए हैं। इससे पुलिस और किसानों के बीच टकराव पैदा हो गया। बाद में पुलिस ने किसानों को पैदल आगे बढ़ने की अनुमति दे दी। पुलिस ने वाहनों में किसानों को आगे बढ़ने की अनुमति नहीें तो किसान उग्र हो गए और वहां रखे पत्थरों आदि को पास की नदी में फेंकना शुरू कर दिया और हरियाणा पुलिस द्वारा खड़े किए ट्रक व टिप्पर को हटाने में जुटे हुए हैं। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और वाटर कैनन से पानी की बौछार की। दू
सरी ओर, किसानों ने समाना और अजीमगढ में पुलिस द्वारा नाके तीन जगह तोड़ डाले। बाद में आंदोलनकारी किसान शंभू बैरियर क्रॉस करने में सफल हो गए। हरियाणा की सीमा में दाखिल हो गए। हरियाणा की सीमा में अब तक 50 से अधिक ट्रैक्टर ट्रालियों में किसानों आगे बढ़ चुके हैं। यहां इन्हें रोकने के लिए आगे भी हरियाणा पुलिस मुस्तैद है। दोनों पक्षों में कशमकश जारी है। संगरूर में खनौरी बार्डर पर भी किसान काफी संख्या में पहुंचे और आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। हरियाणा के डबवाली में भी दोनों राज्यों की सीमा पर काफी संख्या में किसान पहुंचे हैं, लेकिन बार्डर सील हाेने की वजह से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।
हरियाणा पुलिस ने पटियाला से सटी शंभू बार्डर और अजीमगढ़ और धर्महेड़ी सीमाएं सील कर दी थीं। अजीमगढ़ व समाना बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ डाले। यहां पुलिस से हल्की झड़प के बाद किसानों को आगे जाने दिया गया। उधर, शंभू बॉर्डर पर किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने सुबह वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। पुलिस ने शंभू बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया था।#WATCH | Security personnel use fire tear gas shells to disperse a crowd of farmers gathered at the Shambhu border between Haryana and Punjab, to protest the farm laws pic.twitter.com/11NfwLcEQZ
— ANI (@ANI) November 26, 2020
शंभू बार्डर पर बेरिकेट्स हटाते किसान।
शंभू बार्डर पर किसानों को पैदल आगे जाने की अनुमति तो दे दी गई, लेकिन वाहनाें को आगे बढ़ने नहीं दिया गया। शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों को रोकने के लिए रखे बड़े-बड़े पत्थर किसानों ने घग्गर नदी में फेंके दिए। किसानों द्वारा हरियाणा में प्रवेश करने के प्रयास लगातार जारी हैं और माहौल तनावपूर्ण बना हुआ हैं। हरियाणा पुलिस ने किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए मिट्टी के भरे टिप्पर व ट्रक भी लगाए हैं। कई किसान पैदल ही हरियाणा की तरफ निकल गए हैं लेकिन हरियाणा पुलिस ने ट्रैक्टर ट्रॉली वाले किसानों के जत्थों को रोका हुआ है।
बार्डर से लौटे राजोवाल, दिल्ली पहुंचने के लिए नइ्र रणनीति बनाने में जुटेबाद में पुलिस द्वारा वाहनों में किसानों को हरियाणा में दाखिल होने की अनुमति नहीं देने के बाद किसान यूनियन के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजाेवाल साथ किसान शंभू बैरियर से वापस लौटना शुरू हो गए। राजोवाल दिल्ली जाने के लिए किसानों के साथ अगली रणनीति बनाने में जुट गए हैं। बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि जहां किसानों को रोका जाएगा वहीं किसान पक्काा मोर्चा लगाएंगेशंभू बार्डर से दिल्ली की ओर रवाना होते पंजाब के किसान। इसके लिए बैरिकेड्स के साथ-साथ बड़े-बड़े पत्थर और कंटीली तार का इस्तेमाल किया गया। बार्डर पर किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर ट्राली में पहुंचे थे। भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के जिला प्रधान मनजीत सिंह का कहना कि किसान दिल्ली तक अवश्य पहुंचेंगे, फिर चाहे उन्हें हरियाणा सरकार के विरोध का कैसे भी सामना करना पड़े।
शंभू बार्डर पर किसानों पर पानी की बौछार करती हरियाणा पुलिस। राज्य में अन्य जगहों पर भी पंजाब-हरियाणा बार्डर के पास तनाव है। सभी नाकों पर दिल्ली जाने के लिए काफी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं, लेकिन बार्डर पूरी तरह सील हैं और सभी जगहों पर हरियाणा पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात हैं।
केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों के 26 और 27 नवंबर के दिल्ली के घेराव के कार्यक्रम को लेकर सुबह से ही काफी संख्या में किसान पंजाब- हरियाणा सीमा पर इकट्ठे हो रहे हैैं। आज सुबह से किसान हरियाणा में प्रवेश करके दिल्ली की तरफ बढऩे की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पंजाब-हरियाणा बार्डर पूरी तरह सील हैं। हरियाणा पुलिस ने दोनों राज्यों की सीमाएं सील करके बैरिकेडिंग कर कंटीली तारें और बड़े बड़े पत्थर भी लगा दिए हैैं। सुबह से कई जगह सीमा पर तनाव की स्थिति है। सुबह काफी संख्या में किसान फतेहगढ़ साहिब से भी वाहनों में दिल्ली के लिए रवाना हुए।
फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली की ओर रवाना होते किसान। एएनआइहरियाणा ने आठ नाकों पर रैपिड एक्शन फोर्स और पुलिस के पांच हजार कर्मचारी किए तैनातइससे पहले, बुधवार को जिला बठिंडा के साथ लगती हरियाणा सीमा पर किसानों ने डूमवाली से हरियाणा में प्रवेश करने की कोशिश की लेकिन हरियाणा पुलिस की ओर से बैरियर पर पत्थर और बैरिकेड लगाकर सड़क मार्ग को सील कर दिया, जिससे वाहनों की आवाजाही भी बंद हो गई है। इसके बाद किसानों ने डूमवाली में सड़क पर ही टेंट लगाकर पक्का धरना लगा दिया। बठिंडा जिले से करीब 250 किसान ट्रैक्टर ट्रालियां लेकर डबवाली होते हुए दिल्ली जाने की कोशिश में थे। बताया जा रहा है कि रात को और किसान यहां पहुंच गए। भाकियू के जिला प्रधान शिंगारा सिंह मान ने कहा कि अन्य जिलों के किसानों के यहां पहुचने के बाद किसान बैरिकेड पार कर दिल्ली जाने की कोशिश करेंगे।
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली के लिए वाहनों में रवाना हुए किसान। बठिंडा में डूमेवाली नाके पर हरियाणा पुलिस के रोकने पर किसानों ने लगाया धरना संगरूर जिले के साथ लगती हरियाणा के विभिन्न शहरों की सीमाओं को भी सील कर दिया गया है। सड़क के बीच बड़े बड़े पत्थर लगाने के साथ ही बैरिकेड्स को कंटीली तार से कवर किया गया है। आठ नाकों पर वाहनों की आवाजाही बंद करके पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के पांच हजार जवान तैनात किया गया है। किसान संगठन सुबह से दिल्ली जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। खनौरी के पास करीब 250 ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर आए करीब 600 किसान यहां डटे हुए हैैं और वीरवार सुबह से दिल्ली जाने के लिए इन नाकों को पार करने की कोशिश कर रहे हैं। शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने की बैरिकेडिंग, चीका मार्ग पर जुटे किसान पटियाला जिले में शंभू बार्डर पर हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए बैरिकेड लगा दिए हैं। हालांकि अनुमान लगाया जा रहा था कि पंजाब व हरियाणा के मुख्य प्रवेश द्वार शंभू बार्डर पर बुधवार दिन में ही किसान जत्थेबंदियां पहुंच जाएंगी, लेकिन शंभू बार्डर के नजदीक किसान धरने पर ही बैठे रहे। पंजाब पुलिस के जवाब भी किसानों के धरना स्थल के समीप डटे रहे।
दूसरी तरफ राजपुरा रोड पर स्थित गांव धरेड़ी जट्टां टोल प्लाजा के पास भाकियू (क्रांतिकारी) ने भी किसानों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। किसान नेताओं भूपिंदर सिंह और करतार सिंह ने बताया कि उनका संगठन नवां गांव से चीका होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगा। यह भी देखें: Punjab-Haryana बॉर्डर पर किसानों का Delhi कूच, Drone से रखी जा रही नजर
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