पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के एक और मंत्री विवादों में, जमीन घोटाले के आरोप
शराब व बीज घोटाले के बाद अब पंजाब की कैप्टन सरकार के एक मंत्री जमीन घोटाले के मामले में घिर गए हैं। आप नेता ने इसका आरोप लगाया है।
By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Thu, 11 Jun 2020 09:32 AM (IST)
जेएनएन, चंडीगढ़। शराब और बीज घोटाले के बाद अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के एक और मंत्री विवादों में फंस गए है। आम आदमी पार्टी ने राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ पर आरोप लगाए हैं कि बठिंडा-मोगा-जालंधर-जम्मू को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 105-बी के लिए अधिगृहित की गई जमीन में घोटाला किया गया है। आप ने इस पूरे स्कैंडल की हाई कोर्ट के मौजूदा जजों से समयबद्ध जांच की मांग की है।
नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि इस जमीन घोटाले को प्रदेश के राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ और मोगा से कांग्रेस विधायक हरजोत कमल समेत सत्ताधारी पक्ष के अन्य नेताओं, अफसरों और हाईप्रोफाइल लैंड माफिया ने अंजाम दिया है। इससे न केवल किसानों और अन्य छोटे-मोटे जमीन मालिकों को बल्कि सरकारी खजाने से भी बड़ी चपत लगी है।चीमा ने बताया कि एनएच 105-बी बठिंडा-अमृतसर हाईवे को बाघापुराना-मोगा-धर्मकोट के द्वारा जालंधर-जम्मू हाईवे के साथ सीधा जोडऩे के लिए बनाया जा रहा है। इसके लिए धर्मकोट, मोगा, बाघापुराना, जैतो और रामपुरा फूल हलके की जमीनें अधिग्रहीत की हुई हैं। चीमा ने दस्तावेज पेश करते हुए बताया कि 10 जनवरी 2020 को इस जमीन की पहचान के लिए नोटिफिकेशन जारी करने से पहले सत्ताधारी कांग्रेस के नेता और संबंधित अधिकारी इस प्रोजेक्ट के बारे में पूरी तरह से अवगत थे।
दूसरा नोटिफिकेशन 21 मई और अंतिम नोटिफिकेशन 22 मई को जारी हुआ। इस दौरान नवंबर 2019 से लेकर मई 2020 तक एनएच 105-बी की आती जमीन की 55 से अधिक सेल डीड (रजिस्ट्रियां) हुई। यहां तक कि करीब 350 करोड़ रुपये की अधिग्रहण राशि का लेन-देन हरजोत कमल के गांव अजितवाल स्थित एक प्राइवेट बैंक के द्वारा ही हुआ है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि यह सेल डीड/रजिस्ट्रियां या पावर ऑफ अटार्नी अंजान किसानों से किसी और ने नहीं बल्कि इन राजनीतिज्ञों और अफसरों ने अपने सगे संबंधियों, दोस्तों और अपने साथ काम करते करीबियों के नाम पर करवाई हैं।
61 लाख की जमीन पर लैंड माफिया ने कमाए 1.88 करोड़
मोगा जिले से संबंधित मनजीत कौर की करीब 30 मरले जमीन की 61 लाख रुपये में 14 मार्च 2020 को पावर ऑफ अटार्नी करवाई गई। इसी दिन सेल डीड और उसी दिन इंतकाल करके 24 घंटे के अंदर-अंदर कानूनी कागजों की मलकीयत ही बदल दी गई। चीमा ने कहा कि क्या आम आदमी को राजस्व विभाग इतनी झटपट सेवा देता है? उन्होंने कहा कि 61 लाख रुपये में खरीदी इस जमीन पर लैंड माफिया सरकार से 1 करोड़ 88 लाख रुपये की व्हाइट मनी कमा गया।
एफसीआर को जमीन की बिक्री और खरीद की जांच के आदेश दिए : कांगड़राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने बठिंडा-मोगा-जालंधर-जम्मू को जोडऩे वाले नेशनल हाईवे 105-बी जमीन घोटाले के जो आरोप लगाए हैं, उस संबंध में वह पहले ही राज्य के वित्त कमिश्नर राजस्व को जांच मार्क कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि जांच में यदि कोई दोषी पाया गया तो उसे किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। कांगड़ ने कहा कि आप ने जो बेबुनियाद आरोप लगाए हैं, वह राजनीति से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर इसकी सच्चाई सबके सामने लाएंगे। वह जांच के लिए भी तैयार हैं।
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